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वाराणसी रोपवे: पहले चरण की टेस्टिंग इसी महीने होगी पूरी, 1 घंटे में 6 हजार यात्री कर सकेंगे सवारी

कैंट से रथयात्रा के बीच बने तीनों स्टेशनों पर फिनिशिंग का काम जारी, 148 गोंडोला पर लोड टेस्टिंग तीन चरणों में होगी पूरी

 

मात्र 16 मिनट में कैंट रेलवे स्टेशन से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट तक पहुंचने की सुविधा

वाराणसी, भदैनी मिरर। देश का पहला अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे प्रोजेक्ट के पहले चरण की टेस्टिंग इसी महीने पूरी हो जाएगी। इसके तहत सभी 148 गोंडोला पर लोड टेस्टिंग की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, टेस्टिंग का काम दिन में कई बार किया जा रहा है, जिसमें ट्रॉली कार पर नीले रंग का पर्दा डालकर लोड चेकिंग की जा रही है। टेस्टिंग का यह काम तीन चरणों में पूरा होगा। इसके बाद इसे नियमित रूप से यात्रियों के लिए शुरू किया जाएगा।
16 मिनट में गोदौलिया से कैंट तक सफर
गोदौलिया से कैंट रेलवे स्टेशन तक 3.85 किलोमीटर की दूरी अब केवल 16 मिनट में पूरी होगी। कैंट से रथयात्रा तक बने तीनों स्टेशनों पर फिनिशिंग का काम तेजी से चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पहला चरण सितंबर में और दूसरा चरण दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
6,000 लोग प्रति घंटे करेंगे यात्रा
रोपवे पर कुल 148 ट्रॉली कारें चलेंगी, जिनमें से हर एक ट्रॉली में 10 यात्री बैठ सकेंगे। कैंट से गोदौलिया तक हर डेढ़ से दो मिनट के अंतराल पर ट्रॉली कार उपलब्ध होगी। इस सुविधा के जरिए एक दिशा में प्रति घंटे 3,000 यात्री और दोनों दिशा से मिलाकर करीब 6,000 यात्री आसानी से यात्रा कर पाएंगे।
श्रद्धालुओं को सीधी सुविधा
कैंट रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले यात्री अब सीधे रोपवे के जरिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट तक चंद मिनटों में पहुंच सकेंगे। यह सुविधा स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए बेहद उपयोगी होगी।
रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर वाराणसी के लोग उत्साहित हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि इससे यातायात दबाव कम होगा और धार्मिक स्थलों तक पहुंच और आसान हो जाएगी।