Varanasi Ropeway: 14 अगस्त तक होंगी 90 ट्रॉली की टेस्टिंग, ऑस्ट्रियन विशेषज्ञ कर रहे निगरानी
वाराणसी रोपवे प्रोजेक्ट के पहले चरण की ट्रॉली टेस्टिंग 14 अगस्त तक चलेगी, 16 मिनट में तय होगी गोदौलिया से कैंट की दूरी
Jul 31, 2025, 10:39 IST
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी अब विश्व के उन गिने-चुने शहरों में शामिल होने जा रहा है, जहां सार्वजनिक परिवहन के लिए रोपवे का उपयोग होगा। शहर के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे सिस्टम का ट्रॉली परीक्षण जारी है। 14 अगस्त 2025 तक इस परियोजना के तहत 90 ट्रॉलियों की तकनीकी टेस्टिंग की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी ऑस्ट्रिया की विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम द्वारा की जा रही है।
कैंट से रथयात्रा तक पहला सेक्शन
रोपवे के पहले चरण के पहले सेक्शन की टेस्टिंग कैंट स्टेशन से रथयात्रा स्टेशन तक की जा रही है। यह परीक्षण 14 जुलाई से शुरू होकर 14 अगस्त तक चलेगा। इसके बाद पहले सेक्शन के कार्य को सितंबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित है।
हर डेढ़ से दो मिनट में मिलेगी ट्रॉली
सुविधा और सुगमता को ध्यान में रखते हुए ट्रॉली सेवा को हाई फ्रीक्वेंसी पर तैयार किया जा रहा है। यात्रियों को हर 1.5 से 2 मिनट के अंतराल पर ट्रॉली मिलेगी। एक ट्रॉली में 10 यात्री सफर कर सकेंगे। एक दिशा में प्रति घंटे 3,000 यात्री और दोनों दिशाओं में कुल 6,000 यात्रियों के आवागमन की क्षमता रखी गई है।
16 मिनट में गोदौलिया से कैंट
रोपवे की ट्रैवल स्पीड को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि गोदौलिया से कैंट रेलवे स्टेशन तक की यात्रा मात्र 16 मिनट में पूरी हो सके। कुल 148 ट्रॉली इस रूट पर चलाई जाएंगी, जिनका संचालन प्रतिदिन 16 घंटे तक होगा।
रोपवे की सुरक्षा, संचालन और तकनीकी मजबूती के लिए ऑस्ट्रिया से विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम वाराणसी में डेरा डाले हुए है। टीम प्रत्येक ट्रॉली और पूरे सिस्टम की टेस्टिंग कर रही है ताकि संचालन के दौरान कोई भी जोखिम न हो।
रोपवे प्रोजेक्ट से जुड़े मुख्य बिंदु:
- कुल ट्रॉली: 148
- एक ट्रॉली की क्षमता: 10 यात्री
- दोनों दिशाओं में एक घंटे में यात्री: 6,000
- प्रत्येक ट्रॉली का अंतराल: 1.5 से 2 मिनट
- गोदौलिया से कैंट की दूरी: 16 मिनट में तय
- ट्रॉली परीक्षण अवधि: 14 जुलाई से 14 अगस्त
- संचालन अवधि: प्रत्येक दिन 16 घंटे