{"vars":{"id": "125128:4947"}}

वाराणसी पुलिस–अधिवक्ता विवाद: एडीसीपी नीतू कादयान के समर्थन में पुलिसकर्मियों का सोशल मीडिया हैशटैग अभियान

पुलिसकर्मियों ने #ipsNeetu, #Varanasipolice और #gloryofuppolice चलाया ट्रेंड, फेसबुक–इंस्टाग्राम से लेकर ‘एक्स’ (ट्विटर) तक नीतू कादयान के पक्ष में पोस्ट

 

‘सिंघम’ की धुन पर तैयार वीडियो ने बढ़ाया जोश

वाराणसी, भदैनी मिरर। शहर में अधिवक्ता–पुलिस विवाद के बीच एडीसीपी वरुणा नीतू काद्यान के समर्थन में पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर जोरदार अभियान शुरू कर दिया है। अनुशासित बल कहे जाने वाली यूपी पुलिस के अंदर सहनशीलता की साफ कमी दिख रही है। बीते दो दिनों से यूपी पुलिस के सैकड़ों कर्मियों ने फेसबुक, इंस्टाग्राम और ‘एक्स’ (ट्विटर) सहित विभिन्न प्लेटफॉर्म पर नीतू कादयान की तस्वीरें और संदेश साझा किए जा रहे है।
पुलिसकर्मियों ने #ipsNeetu, #Varanasipolice और #gloryofuppolice जैसे हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए उन्हें विभाग का गौरव और अनुकरणीय अधिकारी बताया। कई पुलिसकर्मियों ने अपने व्हाट्सअप स्टेटस पर भी उनकी तस्वीर लगाकर समर्थन जताया। 
फेसबुक पर साझा की गई एक पोस्ट में नीतू काद्यान की तस्वीर के साथ फिल्म ‘सिंघम’ की बैकग्राउंड धुन जोड़ी गई, जिसने पुलिसकर्मियों के उत्साह को और बढ़ा दिया। पोस्ट में कहा गया कि “नीतू काद्यान जैसे अधिकारी पुलिस विभाग की प्रेरणा हैं और यूपी पुलिस का गर्व हैं।”
यह हैशटैग अभियान न केवल पुलिस महकमे के मनोबल को मजबूत कर रहा है, बल्कि इसे अधिवक्ता–पुलिस विवाद के बीच पुलिसकर्मियों की एकजुटता और विभागीय एकता का प्रदर्शन भी माना जा रहा है।
भविष्य के लिए नहीं है शुभ संकेत
अधिवक्ताओं का कहना है कि यह भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। पुलिसकर्मियों का कचहरी परिसर में दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों का समर्थन किसी भी दशा में सही नहीं ठहराया जा सकता। अधिवक्ताओं का कहना है कि पुलिस-अधिवक्ता विवाद को शांत करने के बजाय उसे तुल पकड़ाना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। दरोगा के परिजनों को धरना देने के लिए बैठने की व्यवस्था करना नई परंपरा की शुरुआत है। अब हर फरियादी जो पुलिस से पीड़ित है वह पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना पर बैठेगा। तब देखना होगा कि पुलिस अधिकारी उस पीड़ित से किस तरह वार्ता करते है।