वाराणसी : कंकाल की पुष्टि के लिए पुलिस कराएगी डीएनए जांच
चुमकनी गांव के खेत में मिला था दो माह 17 दिन से लापता राजकुमार गोंड का कंकाल
लोअर और गंजी से हुई थी पहचान, टुकड़ों में मिला था कंकाल
डीएनए रिपोर्ट के सहारे ही सुलझ सकती है राजकुमार के अपहरण और हत्या की गुत्थी
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के चुमकुनी गांव में पिछले मंगलवार को बरामद राजकुमार गोंड उर्फ गुड्डू के कंकाल के पोस्टमार्टम के बाद अब उसकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। गौरतलब है कि 14 अगस्त से राजकुमार संदिग्ध हालात में घर से लापता थे। गांव से कुछ दूरी पर खेत में उनके कपड़े और कंकाल मिले थे। दो माह 17 दिन से लापता रहे राजकुमार की मौत या हत्या कैसे हुई यह रहस्य बना हुआ है। राजकुमार की मौत पुलिस और परिवारवालों के लिए पहेली बनी है। हालांकि मृतक के पिता रामजी गोंड ने चौबेपुर थाने में गाजीपुर जिले के बरवाखुर्द निवासी हीरामणि देवी, जितेंद्र, अरुण, राहुल और रवींद्र पर अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
आपको बता दें कि राजकुमार के 14 अगस्त को लापता होने के बाद दूसरी दिन यानी 15 अगस्त को ही परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। पुलिस का कहना है कि कंकाल का डीएनए टेस्ट कराना जरूरी है। तभी इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि वह कंकाल राजकुमार का ही है या किसी और का। परिवार वालों ने कंकाल के पास मिले राजकुमार के कपड़ों से उनकी पहचान की है। एसीपी सारनाथ विदुष सक्सेना का कहना है कि राजकुमार गोंड के पिता की तहरीर पर मुकदमा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाने के बाद डीएनए टेस्ट के लिए पत्रावली भेजी जाएगी। माता-पिता का डीएनए टेस्ट होगा। बता दें कि गत मंगलवार को गांव के राजेश राय के खेत में टुकड़ों में कंकाल मिला। कुछ दूरी पर राजकुमार के लोअर और गंजी मिले थे, जिससे परिजनों ने पहचान की थी। राजकुमार के दो बेटे हैं। उन्होंने पुलिस को बताया था कि फूलपुर थाना क्षेत्र के बरवां गांव वाली जमीन का विवाद चल रहा है। विरोधियों ने साजिश के तहत पिता की हत्या की है।