पीस कमेटी की बैठक : मोहर्रम और श्रावण मास को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नर का सख्त निर्देश, कहा-किसी नई परंपरा की शुरुआत नहीं होगी
वाराणसी, भदैनी मिरर। आगामी मोहर्रम और श्रावण मास को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की ओर से शनिवार को यातायात लाइन स्थित सभागार में पीस कमेटी की अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने जिलाधिकारी सुरेन्द्र कुमार के साथ की। इस बैठक में ताजियादारों, कांवड़ सेवा शिविर आयोजकों, अंजुमन कमेटियों, धर्मगुरुओं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
बैठक का उद्देश्य त्यौहारों के दौरान शांति, सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाए रखना था। पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी नई परंपरा की शुरुआत नहीं होगी, ताजिए का आकार और ऊंचाई पूर्व निर्धारित सीमा में रहेगी और जुलूस केवल पारंपरिक मार्ग से ही निकलेगा।
ताजिया जुलूसों के लिए दिशा-निर्देश:
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जुलूसों में भड़काऊ नारेबाजी, हथियारों का प्रदर्शन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
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आयोजकों को 20-20 स्वयंसेवक (वालेन्टियर्स) तैनात करने होंगे जो पुलिस बल के साथ मिलकर व्यवस्था संभालेंगे।
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सभी ताजिया जुलूसों की वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी, साथ ही ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।
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आयोजकों को ताजिया स्थल पर स्वयं वालेंटियर्स की नियुक्ति कर निगरानी सुनिश्चित करनी होगी, और संभव हो तो परिसर में सीसीटीवी लगाए जाएं।
श्रावण मास व कांवड़ यात्रा के लिए दिशा-निर्देश:
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कांवड़ यात्रा के दौरान बजने वाले गीत-संगीत, डीजे और ढोल-ताशों की ध्वनि निर्धारित मानकों के अनुरूप होनी चाहिए।
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किसी भी प्रकार के अश्लील या आपत्तिजनक गीत नहीं बजाए जाएंगे। डीजे संचालक इसके लिए जिम्मेदार होंगे।
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यात्रा में शामिल रथ और डीजे की ऊंचाई निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए, जिससे दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
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कांवड़ सेवा शिविरों में पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा और सीसीटीवी की व्यवस्था अनिवार्य की गई है। शिविरों में कार्यरत वालेंटियर्स का पुलिस वेरिफिकेशन भी अनिवार्य होगा।
सोशल मीडिया व सुरक्षा पर विशेष नजर:
पुलिस आयुक्त ने बताया कि सोशल मीडिया की सतत निगरानी की जा रही है। अफवाहें फैलाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में QRT (क्विक रिस्पॉन्स टीम) की तैनाती रहेगी और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को देने की अपील की गई।
बैठक के दौरान अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) श्री शिवहरी मीना, अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) श्री राजेश कुमार सिंह, नगर निगम, जल संस्थान, पीडब्ल्यूडी, राजस्व और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
अंत में सभी धर्मगुरुओं और सामाजिक संगठनों से आपसी सौहार्द और भाईचारा बनाए रखते हुए शांतिपूर्ण ढंग से त्यौहार मनाने की अपील की गई।