Varanasi: ऐतिहासिक कुंडों और तालाबों में नहीं होगा मूर्ति विसर्जन, नागरिकों से मांगे सुझाव
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने नागरिकों से मांगे सुझाव, महापौर अशोक तिवारी ने धरोहर संरक्षण की अपील की
Sep 3, 2025, 20:03 IST
संकुलधारा कुण्ड के पास वैकल्पिक तालाब तैयार
नागरिक व्हाट्सएप नंबर पर भेज सकते हैं लोकेशन
वाराणसी, भदैनी मिरर। दुर्गा पूजा के बाद होने वाले प्रतिमा विसर्जन को लेकर नगर निगम वाराणसी ने एक बड़ा कदम उठाया है। निगम ने ‘ग्रीन प्लान’ के तहत निर्णय लिया है कि अब शहर के ऐतिहासिक कुंडों और तालाबों में मूर्तियों का विसर्जन नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर अस्थायी तालाब बनाए जाएंगे, जहां परंपरा और श्रद्धा को बनाए रखते हुए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना विसर्जन होगा।
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने 28 अगस्त को समाचार पत्रों और सोशल मीडिया के माध्यम से अपील करते हुए नागरिकों से सुझाव मांगे थे। अपील के बाद 9 नागरिकों ने अपने-अपने सुझाव भेजे। इनमें सगरा तालाब माधोपुरा, नुआव पोखरा गोलगड्डा, बेनियाबाग तालाब, मोतीझील महमूरगंज, दुर्गाकुंड के सामने दयाल टावर के पास भूमि, पद्मश्री चौराहा, कमौली तालाब चिरईगांव और गंगा नदी के पार अस्थायी कुण्ड बनाने के सुझाव शामिल हैं।
कुछ नागरिकों ने पश्चिम बंगाल की तर्ज पर क्रेन द्वारा गंगा में विसर्जन कर मूर्तियों को निकालने का सुझाव भी दिया है, ताकि नदी प्रदूषित न हो।
महापौर अशोक कुमार तिवारी ने अपील की कि प्राचीन कुंड और तालाब शहर की धरोहर हैं और इन्हें सुरक्षित रखना नागरिकों की जिम्मेदारी भी है। विसर्जन से न केवल गंदगी फैलती है बल्कि जलीय जीवों को भी नुकसान होता है।
नगर निगम ने संकुलधारा कुण्ड के पास अस्थायी तालाब का निर्माण पूरा कर लिया है और आगे भी विभिन्न स्थानों पर वैकल्पिक स्थल तैयार करने की योजना है।
नगर आयुक्त ने नागरिकों, समितियों और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे उपयुक्त स्थल का नाम, जीपीएस लोकेशन और फोटो नगर निगम के व्हाट्सएप नंबर 8601872688 पर भेजें।
अक्षत वर्मा ने कहा कि “दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन बिना किसी असुविधा और पर्यावरणीय क्षति के कराया जाएगा। नागरिक अपने सुझाव अवश्य भेजें, ताकि परंपरा भी बनी रहे और धरोहर भी सुरक्षित रहे।”