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छात्राओं का आत्मरक्षा संकल्प: PG कॉलेज में महिला IPS अधिकारी ने दिलाई शपथ, कहा - ‘हिम्मत ही सबसे बड़ा हथियार’

युवा फाउंडेशन और कमिश्नरेट पुलिस के संयुक्त मिशन में छात्राओं ने सीखी आत्मरक्षा, साइबर सुरक्षा और कानूनी अधिकारों की जानकारी

 

वाराणसी,भदैनी मिरर। वाराणसी में मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा को सशक्त करने के उद्देश्य से सुधाकर महिला पीजी कॉलेज में बुधवार को आत्मरक्षा और जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। युवा फाउंडेशन की अध्यक्ष सीमा चौधरी के नेतृत्व और वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं ने शामिल होकर सुरक्षा के प्रति नई जागरूकता और आत्मविश्वास प्राप्त किया।

कार्यक्रम की शुरुआत संवेदनशील घटना के उदाहरण से

सत्र की शुरुआत 2024 में घटी एक सच्ची ब्लैकमेलिंग घटना से हुई। इस केस स्टडी ने छात्राओं को डिजिटल दुनिया की खामियों और सतर्क रहने की जरूरत को समझने में मदद की।

 “No Means No” से लेकर साइबर सुरक्षा तक— छात्राओं को दिया हर जरूरी ज्ञान

कार्यक्रम में अपर पुलिस उपायुक्त (वरुणा जोन) आईपीएस नीतू कादयान और एसीपी नितिन तनेजा ने छात्राओं से संवाद कर आत्मरक्षा, साइबर सुरक्षा और महिलाओं के कानूनी अधिकारों पर विस्तृत जानकारी दी।

छात्राओं को दिए गए प्रमुख संदेश:

  • असहज स्थिति को कभी अनदेखा न करें, तुरंत मदद लें
  • कोई भी फोटो सोशल मीडिया पर मिनटों में वायरल – इसलिए सावधान रहें
  • बैग में पेपर स्प्रे जैसे जरूरी सुरक्षा उपकरण रखें
  • मुसीबत में शोर मचाएं, भीड़ जुटाएं, चुप न रहें
  • 181, 1090 और 112 नंबर हमेशा याद रखें
  • लालच, गिफ्ट और झांसे वाले रिश्तों से सतर्क रहें

छात्राओं की खुली भागीदारी

सवाल-जवाब सत्र में छात्राओं ने हिम्मत के साथ अपनी दिक्कतें और अनुभव साझा किए। किसी छात्रा ने कहा कि “अगर कोई हाथ पकड़ता है तो मैं जोर से चिल्लाऊंगी”, वहीं दूसरी ने बताया कि “अजनबी की लिफ्ट कभी नहीं लूंगी”।

एडीसीपी नीतू कादयान का प्रेरक संदेश

आईपीएस नीतू कादयान ने कहा—“सशक्तिकरण का मतलब पुरुषों से मुकाबला नहीं, बल्कि गलत इरादे वाले को ठोस जवाब देने की हिम्मत है।”
उन्होंने छात्राओं को थानों में आमंत्रित कर पुलिस कार्यप्रणाली सीखने की भी बात कही।

कार्यक्रम का भावुक पल- सामूहिक शपथ

कार्यक्रम के अंत में सैकड़ों छात्राओं ने हाथ उठाकर सामूहिक शपथ ली- “मैं खुद को और अपनी बहनों को सुरक्षित रखूंगी… मैं चुप नहीं रहूंगी… मैं आवाज़ उठाऊंगी।”
छात्राओं में जागरूकता और आत्मविश्वास का यह दृश्य भावुक कर देने वाला था।
अशोक पांडे, विकास मौर्य, सलीम जावेद, अरविंद कुमार यादव, दुर्गेश पांडे, गौरव सुमन, अनूप पांडे समेत कॉलेज के सभी अध्यापकगण उपस्थित रहे।