वाराणसी : दालमंडी में फिर बढ़ी हलचल, सड़क चौड़ीकरण के लिए ध्वस्तीकरण शुरू
विकास प्राधिकरण ने दिया था 12 भवनों को नोटिस, तोड़फोड़ शुरू होते ही जुटी भीड़
फोर्स की मौजूदगी में हो रही कार्रवाई, बेनिया में पुनर्वास चाहते हैं दुकानदार
वाराणसी । वाराणसी के दालमंडी चौड़ीकरण परियोजना को लेकर शनिवार एक बार फिर हलचल बढ़ गई। सुबह फोर्स के साथ पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने भवनों की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। दालमंडी के लोग वैसे ही महीनों से टेंशन में हैं और इस कार्रवाई ने उनका और टेंशन बढ़ा दिया।
दरअसल वाराणसी विकास प्राधिकरण ने 12 भवनों को अवैध निर्माण बताते हुए उनके घ्वस्तीकरण की नोटिस दी थी। बाकायदा उन्हें चेताया गया था। माईक से एनाउंस किया गया था कि चिन्हित भवनों में रहनेवाले लोग समय रहते भवन खाली कर दें, अन्यथा प्रशासन फोर्स के साथ कार्रवाई करेगा। इसके साथ ही ध्वस्तीकरण का खर्चा भी भवनस्वामियों से वसूल किया जाएगा। जानकारी के अनुसार शनिवार को प्रशासनिक अधिकारी फोर्स के साथ पहुंचे और एक भवन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। अन्य 11 भवनस्वामियों को जल्द से जल्द भवन खाली करने का आदेश दिया गया। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू होते ही भीड़ जुटने लगी। फोर्स ने भीड़ को हटाया और कार्रवाई शुरू कर दी।
आपको बता दें कि नई सड़क लंगड़ा हाफिज मस्जिद के पास दो भवनों को चिन्हित कर उनकी नापी कराई गई थी। उधर, अब ध्वस्तीकरण को देखते हुए स्थानीय दुकानदारों ने अपने पुनर्वास की बात कही है और वह भी बेनियाबाग में रहना चाहते हैं। लेकिन प्रशासन तैयार नही है और वह उन्हें लोहता और मोहनसराय भेजने की बात कर रहा है। गौरतलब है कि नई सड़क से श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर तक 17.4 मीटर चौड़ी सड़क बनेगी। इसके लिए भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो रही है। आपको बता दें कि तीन दिन पहले प्रशासन बुलडोजर लेकर दालमंडी पहुंचा था, तब लोगों ने विरोध किया। इस दौरान नोकझोंक भी हो गई। फिलहाल संकरी गली में अभी बुलडोजर व्यवस्थित ढंग से काम नही कर पाएगा। इसलिए प्रशासन अभी श्रमिकों से भवनों के ध्वस्तीकरण का काम करा रहा है, ताकि बुलडोजर की कार्रवाई की जा सके।