{"vars":{"id": "125128:4947"}}

वाराणसी: सीडीओ ने पिंडरा ब्लॉक एकाउंट मैनेजर को कार्यमुक्त करने का दिया निर्देश, तीन ब्लॉकों के प्रभारी चिकित्सकों का वेतन रोका

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा, छूटे बच्चों के टीकाकरण के लिए रणनीति बनाने और स्वास्थ्य कर्मियों पर सख्ती के निर्देश

 
वाराणसी, भदैनी मिरर। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कार्यरत पिंडरा ब्लॉक के ब्लॉक एकाउंट मैनेजर को लगातार शिथिलता और आदेशों की अवहेलना करने पर कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया गया।
इसी प्रकार बड़ागांव, काशी विद्यापीठ और चिरईगांव के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की प्रसव पूर्व जांच एवं अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों में कम उपलब्धि को देखते हुए उनका वेतन रोका गया। सीडीओ ने स्पष्ट कहा कि लंबे समय से अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
टीकाकरण को लेकर रणनीति
बैठक में नियमित टीकाकरण की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई। सीडीओ ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों के पूर्ण टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिए चिन्हित परिवारों तक पहुंचने की रणनीति बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिरोधी परिवारों को प्रोत्साहित करने में कोटेदारों का सहयोग लिया जाए ताकि छूटे हुए बच्चे टीकाकरण से वंचित न रह जाएं।
जननी सुरक्षा योजना और अन्य निर्देश
सीडीओ ने जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत प्रसव उपरांत प्रसूताओं को देय धनराशि समय पर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भुगतान की प्रक्रिया पूर्ण रखी जाए ताकि जैसे ही प्रक्रिया प्रारम्भ हो, तुरंत लाभार्थियों के खाते में धनराशि स्थानांतरित हो सके।
साथ ही ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवसों का शत-प्रतिशत पर्यवेक्षण सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। जिला स्तरीय चिकित्सालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति को अनिवार्य करने का भी निर्देश दिया गया।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने संचालित कार्यक्रमों की उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ, जिला कार्यक्रम अधिकारी, डीपीएम, डीएमओ, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि, जिला सूचना अधिकारी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।