वाराणसी: दहेज मांग पर भड़की दुल्हन ने मंडप में तोड़ी शादी, दूल्हा हिरासत में-शिवपुर थाना क्षेत्र की घटना
बरात पहुंचते ही बढ़ी दहेज की मांग, पिता को अपमानित होता देख दुल्हन ने शादी से किया इंकार; पुलिस बुलाकर दूल्हे व परिवार पर कराई FIR
वाराणसी, भदैनी मिरर। थाना शिवपुर क्षेत्र के बसही इलाके में शादी के मंडप से दुल्हन द्वारा शादी से इंकार किए जाने का मामला सामने आया है। दहेज को लेकर बढ़ी मांग और पिता के अपमान से नाराज़ दुल्हन ने पुलिस बुलाकर दूल्हे को ही हिरासत में दिलवा दिया। पुलिस ने दूल्हा, उसके पिता और मां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
दहेज मांग को लेकर मंडप में हुआ बवाल
दुल्हन चाँदनी जायसवाल, निवासी पाण्डेयपुर वाराणसी, ने बताया कि उसकी शादी 23 नवंबर 2025 को रोहित जायसवाल निवासी सुरियावा, भदोही से तय थी। इससे पहले सगाई 23 मई 2025 को हुई थी, जिसमें उसके पिता ने सोने के आभूषण, 5100 रुपये नकद, लड़के के माता-पिता को 21 हजार रुपये और अन्य रस्मों में लगभग 1.50 लाख रुपये खर्च किए थे।
चांदनी के पिता का कहना है कि बेटी की शादी के लिए उन्होंने करीब 15 लाख रुपये खर्च किए और अधिकांश दहेज मांगें पूरी कर दी थीं।
मंडप में अचानक बढ़ा दहेज का दबाव
बारात मंगल मंडपम लॉन पहुंचने के बाद जयमाला की रस्में हुईं। इसके बाद जब शादी की रस्मों के लिए दूल्हा-दुल्हन को बैठाया जाना था, तभी दूल्हे रोहित, उसके पिता राजेश और मां अर्पिता ने और पैसे की मांग शुरू कर दी।
परिवार की ओर से ₹1,00,000 की अतिरिक्त मांग रखी गई, जिसे दुल्हन के पिता ने पूरा किया। बावजूद इसके दूल्हे पक्ष ने फिर नई मांग रख दी-
"एक लाख इक्यावन हजार रुपये और दोगे तभी शादी होगी!"
पिता के अपमान पर दुल्हन ने शादी से किया इनकार
लगातार दहेज मांगे जाने और पिता को अपमानित होते देख दुल्हन चांदनी भड़क उठी। उसने उसी समय शादी से इंकार कर दिया और पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही शिवपुर पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ के बाद दूल्हे रोहित को हिरासत में ले लिया। दुल्हन की शिकायत पर दहेज उत्पीड़न समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दुल्हन ने मांगी न्याय की गुहार
चांदनी ने कहा-“मेरे पिता कर्ज लेकर मेरी शादी कर रहे थे। दहेज के लिए बार-बार अपमानित किया गया। ऐसी परिवारों पर कड़ी कार्रवाई हो ताकि किसी और लड़की की मान-मर्यादा से खिलवाड़ न हो।”