वाराणसी : बुजुर्ग की हत्या का आरोपित तेज बहादुर पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
26 जनवरी को पुआरीकला गांव में हुई थी हत्या, तब से फरार था तेजा
वीरापट्टी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर घायल पड़ा था बदमाश
वाराणसी, भदैनी मिरर। जिले के बड़ागांव थाना क्षेत्र के पुआरीकला गांव 26 जनवरी की रात बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या के आरोपित तेज बहादुर सिंह पटेल उर्फ तेजा उर्फ शनी को पुलिस ने रविवार को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। उसे बाएं पैर में गोली लगी है और पुलिस ने अभिरक्षा में उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। तेज बहादुर पुआरीकला गांव का ही निवासी है। इस बदमाश के पास से पुलिस ने एक देशी तमंचा, एक कारतूस और एक खोखा बरामद किया है। पूछताछ में पता चला कि तेज बहादुर का संगठित गिरोह है। पुलिस इसके गिरोह के दूसरे साथियों की तलाश कर रही है। इस अपराधी के खिलाफ उत्तर प्रदेश व बिहार के विभिन्न थानों में हत्या, लूट, चोरी एवं मारपीट के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस की मुठभेड़ की कहानी के अनुसार घटना के बाद से आरोपित की गिरफ्तारी के लिए वह अथक प्रयास कर रही थी। सर्विलांस और इलेक्ट्रानिक साक्ष्य के आधार पर तेज बहादुर पटेल उर्फ तेजा उर्फ शनी का नाम प्रकाश में आया। लेकिन घटना के बाद से तेज बहादुर पटेल पुलिस से लुक छिप कर मुम्बई भाग गया था। फरारी के दौरान वह स्थान बदल-बदल कर रह रहा था। इस बदमाश की गिरफ्तारी पर पुलिस प्रशासन ने 25000 का पुरस्कार घोषित किया था। पुलिस तेज बहादुर की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी। लेकिन उसे कोई जानकारी नही मिल पा रही थी। रविवार को सर्विलान्स से पता चला कि तेज बहादुर वीरापट्टी रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर मुम्बई भागने की फिराक में है। इसके बाद प्रभारी निरीक्षक बड़ागांव सहयोगियों के साथ वीरापट्टी रेलवे स्टेशन पहुंचे।
पुलिस देख तेज बहादुर ने रेलवे स्टेशन से भागने का प्रयास किया। पुलिस ने चेतावनी देते हुए आत्मसमर्पण करने को कहा तो आरोपित ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और वह लड़खड़ा कर गिर पड़ा। वह रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर गिरा पड़ा था। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और अस्पताल ले गई। यही है पुलिस की कहानी और लंगड़ा करो अभियान की हकीकत। इस बदमाश को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में बड़ागांव थाना प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार सिंह, एसआई संदीप पाण्डेय, अभिषेक कुमार राय, कृष्ण कुमार वर्मा, हेड कांस्टेबल आनन्द सिंह, कांस्टेबल राजन, लोकेश, सर्विलांस सेल के हेड कांस्टेबल संतोष कुमार और कांस्टेबल मनीष सिंह रहे।