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वाराणसी पुलिस की बड़ी कार्रवाई: फर्जी कंपनी बनाकर 50 करोड़ की ठगी करने वाला गिरोह Maharashtra से गिरफ्तार

सारनाथ पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत दो महिलाओं को दबोचा, एक ही परिवार के तीन सदस्य धीरे-धीरे रिश्तेदारों और ग्रामीणों से करोड़ों रुपये ऐंठते रहे-एक साल में तीन गुना रिटर्न का देते थे झांसा

 

वाराणसी,भदैनी मिरर। कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शेयर मार्केट में पैसे दोगुना–तिगुना कर वापस करने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सहित तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी एक ही परिवार के हैं और ‘DD Finance’ नाम की फर्जी कंपनी चलाकर लोगों से मोटी रकम वसूल रहे थे। पुलिस ने आरोपियों को महाराष्ट्र से दबोचा है।

गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का मास्टरमाइंड राजेंद्र जायसवाल, उसकी बेटियां/रिश्तेदार दो महिलाएं, जबकि गिरोह से जुड़े अन्य सदस्य उपेंद्र जायसवाल और संदीप जायसवाल भी सक्रिय रहे हैं। इनके खिलाफ वाराणसी के अलावा गोरखपुर में भी कई मुकदमे दर्ज हैं।

कैसे करते थे ठगी?

एसीपी सारनाथ विदूष सक्सेना ने बताया कि यह गिरोह ‘DD Finance’ नाम की फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को शेयर मार्केट में निवेश का लालच देते थे। गिरोह का दावा था कि-“एक साल में तीन गुना पैसा वापस मिल जाएगा।”

गिरोह इसी झांसे में रिश्तेदारों, परिचितों और ग्रामीणों से करोड़ों रुपये जमाकर लेता गया। अब तक की जांच में करीब 50 करोड़ रुपये की ठगी सामने आ चुकी है, जो आगे और बढ़ सकती है।

गोरखपुर में 10 से अधिक मुकदमे, ₹10 हजार का इनामिया

पुलिस के अनुसार, गोरखपुर में गिरोह के खिलाफ 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। मुख्य आरोपी राजेंद्र जायसवाल ₹10 हजार का इनामिया भी है। वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में भी मुकदमा रजिस्टर्ड है।
ठगी की घटनाओं के बाद तीनों आरोपी वाराणसी और गोरखपुर से फरार होकर महाराष्ट्र में छिपे हुए थे। पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस की मदद से उनकी लोकेशन ट्रेस की और उन्हें गिरफ्तार कर वाराणसी लाया गया।

क्या-क्या बरामद हुआ?

पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन, लैपटॉप, ठगी संबंधी दस्तावेज, फर्जी कंपनी के कागजात बरामद की हैं।  सभी को कब्जे में लेकर आगे की जांच की जा रही है।