वाराणसी: कफ सिरप के अवैध खरीद-फरोख्त में 5 गिरफ्तार, आज होगा खुलासा , 6 फार्मों के लाइसेंस निरस्त
दो करोड़ की कोडीनयुक्त कफ सिरप बरामदगी के बाद कार्रवाई तेज, 31 फर्मों पर अब तक गिरी गाज
भदैनी मिरर | वाराणसी
वाराणसी में कोडीनयुक्त कफ सिरप की अवैध खरीद-फरोख्त के बड़े नेटवर्क का खुलासा करते हुए वरुणा जोन की पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई फर्जी ड्रग फर्म के जरिए कफ सिरप के अवैध कारोबार की जांच के दौरान की गई। पकड़े गए आरोपियों से रोहनिया और सारनाथ थाने की पुलिस अलग-अलग मामलों में पूछताछ कर रही है। पुलिस प्रशासन रविवार दोपहर पूरे प्रकरण का खुलासा करने की बात कही है।
दो थानों में दर्ज हैं मामले
पुलिस के अनुसार, रोहनिया थाने में दर्ज प्राथमिकी में तीन आरोपी, जबकि सारनाथ थाने में दर्ज मुकदमे में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। जांच में सामने आया है कि शैली ट्रेडर्स के माध्यम से फर्जी ड्रग फर्म बनाकर कफ सिरप की खरीद-फरोख्त की जा रही थी।
मामले में मेसर्स पीडी फार्मा, तीसरियां परशुरामपुर (सारनाथ) की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। फर्म की ओर से कफ सिरप के क्रय-विक्रय का रिकॉर्ड प्रस्तुत न किए जाने पर फर्म मालिक विष्णु पांडेय के खिलाफ सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच में यह भी सामने आया कि पीडी फार्मा के प्रोपराइटर विष्णु पांडेय ने 21 सितंबर से 8 अक्तूबर के बीच प्रयागराज की मेसर्स हेल्थकेयर फर्म से 89,600 शीशियां (100 एमएल) कोडीनयुक्त कफ सिरप की खरीदारी की थी।
जिम के नीचे बने गोदाम से दो करोड़ की बरामदगी
इस पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ उस समय हुआ जब रोहनिया के भदवर इलाके में एक जिम के नीचे बने गोदाम से करीब दो करोड़ रुपये मूल्य की कफ सिरप की शीशियां बरामद की गईं। पुलिस जांच में पता चला कि यह खेप चंदौली की सिंह मोडिकोज फर्म को भेजी जा रही थी।
इस मामले में काशीपुर के ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि महेश सिंह की भूमिका भी सामने आई है, जिस पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। रोहनिया पुलिस ने पीडीडीयूनगर समेत अन्य जिलों से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जालसाजी में शामिल छह फर्मों के लाइसेंस निरस्त
कफ सिरप जालसाजी मामले में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए वाराणसी की छह दवा फर्मों का लाइसेंस निरस्त कर दिया है। यह कार्रवाई सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि पीसी रस्तोगी द्वारा की गई।
निरस्त किए गए लाइसेंस वाली फर्में हैं- आकृति मेडिकल एजेंसी, पीहू फार्मास्यूटिकल, राधिका इंटरप्राइजेज, शिवाय मेडिकल हाल, वैभवी ट्रेडर्स और श्री मेडिकल शामिल है।
अब तक 31 फर्मों पर कार्रवाई
सहायक आयुक्त पीसी रस्तोगी ने बताया कि अब तक कुल 31 फर्मों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। वहीं, चंदौली की सात फर्मों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। सभी जवाबों की समीक्षा के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।