UP-DGP राजीव कृष्ण ने किया वाराणसी में JTC प्रशिक्षण का निरीक्षण, बोले- समाज में निर्णायक भूमिका में होंगे ट्रेनिंग ले रहे सिपाही
पुलिस लाइन कमिश्नरेट वाराणसी में नवचयनित आरक्षियों के प्रशिक्षण का निरीक्षण
वरिष्ठ अधिकारियों से बोले– ये भविष्य की दिशा तय करने वाला ऐतिहासिक अवसर
कानून तोड़ने वालों पर सख्ती करने से लेकर साइबर क्राइम रोकने पर दिया जोर
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने आज मंगलवार को कमिश्नरेट वाराणसी स्थित रिजर्व पुलिस लाइन का दौरा कर नवचयनित आरक्षियों के चल रहे ज्वाइंट ट्रेनिंग कोर्स (JTC) का निरीक्षण किया। प्रशिक्षण भवन, मेस, बैरक, कैन्टीन और शैक्षणिक संसाधनों का गहन निरीक्षण करते हुए उन्होंने इसे महज एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यूपी पुलिस की भावी दिशा तय करने वाला ऐतिहासिक अवसर करार दिया।
निरीक्षण के बाद बैठक में डीजीपी ने प्रशिक्षण से जुड़े अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा "नवचयनित आरक्षियों का प्रशिक्षण "जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर" है, जिसे पूरी प्रतिबद्धता, दक्षता और नेतृत्व क्षमता के साथ निभाया जाए।"
बैठक में डीजीपी ने संगठित अपराध, माफिया और असामाजिक तत्वों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने महिला सुरक्षा, जनसुनवाई में प्रभावशीलता पर जोर दिया। उन्हों साफ कहा कि कानून तोड़ने वालों के प्रति सख्ती बरती जाए, किसी भी स्तर पर सहानुभूति नहीं बरती जाए। बैठक में जोर देते हुए कहा कि उन्नत तकनीक के माध्यम से साइबर अपराध पर नियंत्रण पर कार्रवाई करें इसके साथ ही नागरिकों को जागरूक किया जाए।
उन्होंने कहा कि हर पुलिसकर्मी आमजन से सम्मानपूर्ण व्यवहार करे। कल्याणकारी योजनाएं लागू कर पुलिसबल का मनोबल बढ़ाया जाए। इसके साथ ही दक्ष पुलिसकर्मियों की पहचान कर उनकी क्षमताओं का पूर्ण उपयोग हो। स्मार्ट पुलिसिंग के तहत तकनीक और AI आधारित निर्णय को बढ़ावा दिया जाए।
डीजीपी ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद हर थाने पर औसतन 25 प्रशिक्षित आरक्षी तैनात होंगे, जो आने वाले 30–40 वर्षों तक समाज और पुलिस दोनों को आकार देंगे। वरिष्ठ अधिकारियों से अपेक्षा की गई कि वे प्रशिक्षण में अपने अनुभव से अनुकरणीय नेतृत्व प्रदान करें।
इस अवसर पर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, ADG वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे। अधिकारियों से संवाद के दौरान डीजीपी ने कमिश्नरेट वाराणसी की कार्यप्रणाली की समीक्षा की और अपनी प्राथमिकताओं को साझा किया।