पांडेयपुर मानसिक अस्पताल की चहारदीवारी फांदकर उन्नाव का कैदी फरार
गंभीर धाराओं में उन्नाव में दर्ज हैं उसके खिलाफ मुकदमे, उन्नाव से यहां भेजा गया था
इससे पहले भी यहां से भाग चुका है बंदी
वाराणसी, भदैनी मिरर। पांडेयपुर स्थित मानसिक अस्पताल की दीवार फांदकर उन्नाव जिला जेल का कैदी चंदर फरार हो गया। कैदी के फरार होने की सूचना मिलते ही जेल अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया। पहले अपने ही लोगों के दम पर कैदी को गिरफ्त में लेने के लिए हाथ-पांव मारे। यह कोशिश बेकार गई तो पुलिस को सूचित किया गया। क्योंकि कैंट पुलिस का कहना था कि घटना के काफी देर बाद में उन्हें सीधे कोई सूचना नही दी गई। कैदी चंदर पर उन्नाव में हत्या के प्रयास, गंभीर चोट पहुंचाने, धमकी आदि का मुकदमा है। पुलिस टीम कैदी को पकड़ने के लिए उसके करीबियों, परिचितों और परिवार के लोगों से सम्पर्क कर उसकी मौजूदगी का पता लगा रही है। लेकिन उसका पता नही चल सका है।
प्रभारी निरीक्षक थाना कैंट शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया पर चल रही सूचना मानसिक चिकित्सालय से कैदी फरार के संबंध में डायरेक्टर मेंटल हॉस्पिटल से वार्ता किया गया तो उनके द्वारा बताया कि चंदर उर्फ चंद्र पुत्र हरिराम निवासी अंबेडकरनगर थाणा हसनगंज जनपद उन्नाव जो दिनांक 23/8/2025 को मुकदमा अपराध संख्या 290/25 धारा 118 (2), 115(2), 352, 351(3) में न्यायालय के आदेश से भेजा गया था। तीन अक्टूबर को जेल की दीवार फांदकर भाग निकला।
2022 में भाग निकला था बांदा का बंदी
आपको बता दें कि इससे पहले दस जून 2022 को भी बांदा जेल का बंदी मानसिक अस्पताल की दीवार फांदकर फरार हो गया था। बंदी ने भागने में वहां पेड़ की लकड़ी व कपड़े की तैयार की गई सीढ़ी का सहारा लिया था। यह फरार कैदी बांदा के शहर कोतवाली के ग्राम मवई बुर्जुग निवासी हरिशंकर था और उसेक विरुद्ध वर्ष 2020 में गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में न्यायालय के आदेश पर उसे जेल से 14 दिसंबर वर्ष 2021 में वाराणसी के पांडेयपुर स्थित मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बंदी वहां से सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर लकड़ी व कपड़े की सीढ़ी के सहारे अस्पताल की दीवार फांदकर फरार हो गया।