वाराणसी में किन्नरों के उत्पात से परेशान? अब पुलिस करेगी समाधान, डायल करें 112!
नेग की परंपरा या उत्पात का आतंक? वाराणसी में बदलता स्वरूप
शहर में लगे चेतावनी पोस्टर
असली किन्नर समुदाय की गरिमा को मिलेगा संरक्षण
112 पर कॉल करिए, उत्पात से मुक्ति पाइए!
✍️ मनीषा मीनाक्षी
वाराणसी,भदैनी मिरर। जहां गंगा की लहरें और संस्कृति की सुगंध हर कोने में बसी है, वहां इन दिनों एक नई चुनौती ने लोगों का ध्यान खींचा है। शादी-विवाह हो या घर में नन्हा मेहमान आए, किन्नरों का बधाई देने आना परंपरा का हिस्सा रहा है। लेकिन, कुछ किन्नरों के नेग के नाम पर उत्पात और गुंडागर्दी ने शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अब उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस ने इस समस्या से निपटने के लिए कड़ा कदम उठाया है। शहर भर में लगे पोस्टर चिल्ला-चिल्लाकर कह रहे हैं— "परेशान हों तो डायल करें 112!"
नेग के नाम पर आतंक, पुलिस ने दी चेतावनी
उत्तर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने वाराणसी के प्रमुख इलाकों में पोस्टर चस्पा किए हैं, जिनमें चार ऐसे लोगों की तस्वीरें और जानकारी दी गई है, जो सर्जरी के जरिए पुरुष से किन्नर बने हैं। इनमें जोगेंद्र उर्फ बेबी, संजय उर्फ संजना, सोनू उर्फ संजू, और बनारसी खरवार शामिल हैं। पोस्टर में साफ तौर पर लिखा है कि ये लोग नेग के नाम पर लोगों को परेशान कर रहे हैं।
सरकार ने आम लोगों से अपील की है कि शादी के मौके पर किन्नरों को अधिकतम 1100 रुपये और बच्चे के जन्म पर 500 रुपये ही नेग के रूप में दें। अगर कोई किन्नर ज्यादा पैसे मांगता है, गाली-गलौज करता है, या अश्लील हरकतें करता है, तो बिना देर किए 112 पर कॉल करें। पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी।
नकली किन्नरों का बढ़ता बोलबाला
पुलिस के मुताबिक, वाराणसी में सर्जरी के जरिए पुरुष से किन्नर बनने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ये लोग न सिर्फ नेग के लिए लोगों को परेशान कर रहे हैं, बल्कि इलाकों के बंटवारे और वर्चस्व की लड़ाई में सड़कों पर मारपीट तक उतर आए हैं। हाल ही में 10 मई को पांडेयपुर में दो किन्नर गुटों के बीच जबरदस्त झड़प हुई थी, जहां सड़क पर कपड़े फाड़ने तक की नौबत आ गई। दोनों पक्षों ने थाने में एक-दूसरे के खिलाफ केस भी दर्ज कराया।
पिछले साल दिसंबर 2024 में किन्नर समुदाय ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर नकली किन्नरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी। उनका कहना था कि ऐसे लोग उनकी परंपरा और सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं।
आप भी रहें सावधान!
पुलिस और सरकार की यह पहल वाराणसी के लोगों के लिए राहत की सांस लेकर आई है। अब न तो आपको नेग के नाम पर डरने की जरूरत है और न ही अनावश्यक उत्पात सहने की। बस इतना याद रखें:
शादी पर: किन्नरों को 1100 रुपये से ज्यादा न दें।
बच्चे के जन्म पर: 500 रुपये से अधिक देने की जरूरत नहीं।
परेशानी हो: तुरंत 112 डायल करें।
वाराणसी की गलियों में अब परंपरा का सम्मान होगा, लेकिन गुंडागर्दी का नहीं। इस पहल से न सिर्फ आम लोग सुरक्षित महसूस करेंगे, बल्कि किन्नर समुदाय की वास्तविक पहचान और सम्मान को भी बल मिलेगा। तो, अगली बार कोई परेशान करे तो डरें नहीं, बस फोन उठाएं और 112 दबाएं!