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नशीली कफ सिरप कांड पर बोले अजय राय -PM की चुप्पी सवालों में, नरेश मोहन को बताया सिंडिकेट का मास्टरमाइंड 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने वाराणसी में जहरीली कफ सिरप के अवैध कारोबार को सत्ता संरक्षण प्राप्त होने का लगाया आरोप।

 

 नरेश मोहन की गिरफ्तारी, न्यायिक जांच और राजनीतिक संरक्षण की जांच की उठाई मांग। 

वाराणसी,भदैनी मिरर। नशीली और जानलेवा कफ सिरप के अवैध कारोबार मामले में वाराणसी की सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार को लहुराबीर स्थित कैम्प कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रशासन पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में जहरीली कफ सिरप का कारोबार फल-फूल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री की चुप्पी कई सवाल छोड़ रही है।”

 NHRC ने दो महीने पहले भेजा नोटिस, लेकिन नहीं दी गई रिपोर्ट

अजय राय ने आरोप लगाया कि कफ सिरप से हुई मौतों पर NHRC ने दो महीने पहले उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकारों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन UP सरकार ने आज तक कोई रिपोर्ट नहीं भेजी।
उन्होंने कहा कि “NHRC की नोटिस के बाद भी कार्रवाई न होना बताता है कि सरकार इस पूरे नेटवर्क को ढाल दे रही है।”

"सत्ता संरक्षण में चल रहा है अवैध धंधा" -अजय राय

अजय राय ने दावा किया कि 15 नवंबर को दर्ज एफआईआर में मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल का पूरा नाम-पता दर्ज था, लेकिन 19 नवंबर की एफआईआर में वही विवरण हटा दिया गया।
उन्होंने इसे सत्ता संरक्षण का हिस्सा बताया। सोशल मीडिया पर आरोपी शुभम जायसवाल की बाहुबली धनंजय सिंह के साथ तस्वीर वायरल होने पर भी उन्होंने टिप्पणी की और कहा कि “धनंजय सिंह हो या कोई सिंह या उपाध्याय-दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होनी चाहिए।”

ड्रग लाइसेंस अधिकारी नरेश मोहन की भूमिका पर गंभीर आरोप

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नशीली सिरप प्रकरण का असली मास्टरमाइंड ड्रग लाइसेंस अथॉरिटी अधिकारी नरेश मोहन है।
उन्होंने मांग उठाई-  नरेश मोहन को तत्काल बर्खास्त किया जाए। उसके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई हो। 

SIT जांच पर अविश्वास, न्यायिक जांच की मांग

अजय राय ने कहा कि SIT जांच पर भरोसा नहीं, इसलिए इस मामले की न्यायिक जांच कराई जाए। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी, संपत्ति कुर्की और राजनीतिक संरक्षण की जांच की भी मांग की।

SIR सिस्टम पर भी बोले अजय राय -“यह Vote Chori मॉडल है”

अजय राय ने केंद्र सरकार के SIR सिस्टम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “BLO कर्मचारियों की मौतें इसी सिस्टम के अमानवीय दबाव का नतीजा हैं।”
उन्होंने हाल ही में फतेहपुर, गोंडा, जौनपुर और लखनऊ में BLO की मौतों का जिक्र करते हुए कहा:

  • “यह Vote Management नहीं, Vote Chori मॉडल है।”
  • “मृतक BLO के परिवारों को 1-1 करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।”

अयोध्या ध्वजारोहण कार्यक्रम व रामभद्राचार्य पर प्रतिक्रिया

ध्वजारोहण कार्यक्रम में श्रीरामभद्राचार्य की अनुपस्थिति पर उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है, “चारों शंकराचार्यों को बुलाया जाना जरूरी था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।” निमंत्रण न मिलने के सवाल पर बोले- “किसी मंदिर में जाने के लिए इन्विटेशन की जरूरत नहीं, यह परम्परा BJP ने शुरू की है।”


“डबल इंजन सरकार का गंदा चेहरा बेनकाब” – अजय राय

अजय राय ने आरोप लगाया कि- अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं, संपत्ति कुर्की नहीं,  नेटवर्क ध्वस्त नहीं और NHRC को रिपोर्ट तक नहीं। “यह दिखाता है कि पूरा नेटवर्क सरकारी संरक्षण में चल रहा है। जनता, कर्मचारी और बच्चे मर रहे हैं और सरकार केवल मार्केटिंग में लगी है।”


अंत में संविधान दिवस और 26/11 के शहीदों को श्रद्धांजलि

अजय राय ने कहा कि आज संविधान दिवस पर वे संविधान की रक्षा का संकल्प लेते हैं। उन्होंने 26/11 के शहीदों और निर्दोष नागरिकों को नमन किया।