क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 16.5 करोड़ की साइबर ठगी, गैंग का सरगना समेत 3 गिरफ्तार
साइबर क्राइम, तू डाल-डाल मैं पात-पात की कहावत हो रही चरितार्थ
वाराणसी के रामनगर, उन्नाव, बदायूं और मिर्जापुर के अदलहाट के रहनेवाले हैं अपराधी, मोबइल फोन, लैपटाप, 98,000 नकदी बरामद
वाराणसी, भदैनी मिरर। पुलिस और अपराधियों के बीच तू डाल-डाल मैं पात-पात वाली कहावत बहुत पुरानी है। आधुनिक होती पुलिस जैसे-जैसे अपराधियों पर शिकंजा कसने के दावे करती रही उसी रफ्तार में साइबर जालसाज पुलिस को चुनौतियां देते रहे। आज हालत यह है कि साइबर जालसाजी की जितनी घटनाएं हो रही हैं उससे कहीं कम खुलासे करके पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है। अब क्रिप्टो क्रिप्टो करेंसी के नाम पर करोडों की साइबर ठगी करने वाले गैंग के करोड़ों की जालसाजी करनेवाले गिरोह के सरगना सहित 3 शातिर साइबर जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह बीएसजी फर्जी क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लोगों को अपना शिकार बनाता रहा। इन शातिरों के पास से पुलिस ने मोबइल फोन, लैपटाप, 98,000 नकदी बरामद किये हैं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार रामनगर थाना क्षेत्र के रामपुर निवासी राजुकुमार गोंड ने 14 मई को थाना साइबर क्राइम को सूचना दिया गया कि उनके व साथियों के साथ बीएसजी नामक फर्जी क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से करीब 16.5 करोड़ रूपये का साइबर फ्राड कर लिया गया है। इस पर साइबर क्राइम थाना पर 8 आरोपितों के विरूद्ध धारा 406, 420, 120 बी भादवि व 66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। इसकी विवेचना निरीक्षक राजकिशोर पाण्डेय कर रहे है। इस मामले में तीन पुलिस टीमों को गठन किया गया। पुलिस टीम द्वारा सोनभद्र, लखनऊ व मुजफ्फरनगर के अलग- अलग स्थानों पर दबिश दी गई। काफी प्रयास के बाद गैंग के सरगना सहित 3 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से 5 मोबाइल फोन, 1 पेनड्राइव, 2 लैपटाप, व 98000रूपये बरामद हुए।
अपराध करने का तरीका
साइबर अपराधियों द्वारा busdglobal.com, www.mbsgworld.com नामक फर्जी वेबसाइट बनवाकर उससे सम्बन्धित फर्जी क्रिप्टो करेंसी/टोकन BSG नाम से बनवाया गया। इसके बाद उस क्वाइन को वेन्डेक्स एक्सचेन्ज पर लिस्ट कराकर मल्टी लेवल मार्केटिंग MLM के तौर तरीके के आधार पर आम जनमानस का पैसा इसमे इन्वेस्ट कराया गया। प्रारम्भ में सभी इन्वेस्टर्स को अत्यधिक मात्रा में Bonus/Profit देकर अपने झांसे में फंसाया गया। जब काफी मात्रा मे पैसा इन्वेस्ट हो गया तो इन अपराधियों ने अपनी क्वाइन को एक्सचेन्ज से D-List कर दिया गया। इसके बाद यह शातिर साइबर अपराधी सबका पैसा लेकर फरार हो गये।
इस मामले पहले रामनगर के मछरहट्टा मोहल्ले के शुभम उर्फ विशाल मौर्या को पकड़ा जा चुका है। हालांकि शुभम मिर्जापुर जिले के अदलहाट थाना खे़ के मझियार गांव का मूल निवासी है। इसके बाद बदायूं के सिविल लाइंस क्षेत्र के बुद्ध विहार कालोनी के गुडडो लान के पास के राजकुमार मौर्या को पकड़ा गया। इसके अलावा उन्नाव के सफीपुर थाना क्षेत्र के अर्जुन शर्मा, रामनगर क्षेत्र के ही गोलाघाट के दानिश खान गिरोह में सक्रिय सदस्य हैं।
इन्हें गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम
प्रभारी निरीक्षक अजय राज वर्मा, निरीक्षक विजय नारायण मिश्र, निरीक्षक राजकिशोर पाण्डेय, विजय कुमार यादव, दीनानाथ यादव, विपिन कुमार, एसआई राकेश सिंह, संजीव कनौजिया, शैलेन्द्र कुमार, आलोक रंजन सिंह, एसएसआई श्याम लाल गुप्ता, हेड कांस्टेबल रजनीकान्त, गौतम कुमार, राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, कांस्टेबल चन्द्रशेखर यादव, पृथ्वी राज सिंह, देवेन्द्र यादव, मनीष कुमार सिंह, जितेन्द्र मौर्य, अंकित कुमार प्रजापति, जतिन कुमार, त्रिलोकी कुमार, विश्वजीत राय, रविन्द्र यादव, महिला कांस्टेबल प्रीति सिंह, अंकिता सिंह, संगीता देवी, विजय कुमार रहे।