वनिता पब्लिक स्कूल लहुराबीर पर लटकी कार्रवाई की तलावार
जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों की समिति गठित
तीन दिन के भीतर सौंपेगी रिपोर्ट, दो और विद्यालय आये जांच की जद में
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को मिली थी शिकायत
वाराणसी, भदैनी मिरर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने वनिता पब्लिक स्कूल में मनमानी फीस की वसूली समेत अनियमितताओं को लेकर जांच शुरू कर दी है। जांच की जद में वनिता पब्लिक स्कूल के अलावा सामने घाट और मिर्जामुराद के दो और विद्यालय आये हैं। इन पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है।
मनमाना फीस वसूलने की है शिकायत
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविन्द कुमार पाठक के अनुसार वनिता पब्लिक स्कूल में पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने मनमाना फीस वसूलने की शिकायत की थी। बताया था कि लेट फीस अत्यधिक ली जाती है। इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 11 बिंदुओं पर जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों की समिति गठित कर दी है। जांच यह होगी कि विद्यालय की मान्यता कितने छात्र हैं। विद्यालय द्वारा उत्तर प्रदेश शोभित पोषित स्वतंत्र शुल्क निर्धारण अध्यादेश 2018 के विभिन्न अनुच्छेदों का पालन किया जा रहा है कि नहीं। शुल्क वृद्धि से पूर्व मंडलीय शुल्क नियामक समिति से अनुमति ली गई थी अथवा नहीं। इसके साथ ही इस विंदु पर भी जांच होगी कि शुल्क देर से जमा करने पर अभिभावकों से जो लेट फीस ली जाती है, वह किस नियम के तहत ली जाती है। साथ ही यह भी जांच होगी कि विद्यालय में जो अध्यापक पढ़ाते हैं और यू डायस पोर्टल पर जिन अध्यापकों का डाटा भर गया है, वास्तव में वही अध्यापक पढ़ रहे हैं अथवा नहीं। उनकी योग्यता का भी मिलान किया जाएगा।
प्रधानाध्यापक की नियुक्ति की भी जांच
कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार वनिता पब्लिक स्कूल की यह भी जांच की जाएगी कि प्रधानाध्यापक की नियुक्ति के समय उत्तर प्रदेश बेसिक, उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त बेसिक विद्यालय अधिनियम 1975 के प्रावधानों का पालन किया गया है अथवा नहीं। समिति को अगले तीन दिनों के भीतर जांच का रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों से स्कूल में किया जाता है दुर्व्यवहार
कार्यालय से बताया गया कि वनिता पब्लिक स्कूल के साथ-साथ आराजी लाइन विकास खंड के मिर्जामुराद स्थित यशपाल सिंह स्कूल की भी जांच की जा रही है। इस स्कूल के खिलाफ शिकायत मिली है कि वहां छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। यहां भी नियमों का पालन नहीं किया जाता है।
केके चतुर्वेदी मेमोरियल को भी दी जा रही नोटिस
इसी प्रकार आरटीई के छात्रों का एडमिशन न लेने के कारण केके चतुर्वेदी मेमोरियल सेंट्रल एकेडमी विद्यालय पर भी कार्यवाही की जा रही है। केके चतुर्वेदी मेमोरियल एकेडमी सेंट्रल स्कूल सामने घाट बिना अनुमति के विद्यालय प्रबंधन ने विद्यालय को बंद कर दिया है। यह भी नहीं बताया है कि उसमें प्रवेश लेने वाले बच्चों का क्या होगा और वह कहां जाएंगे। खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में उन्होंने बताया कि विद्यालय बंद कर रहे हैं। यदि विद्यालय बंद कर रहे हैं तो छात्र कहां जाएंगे। इन सवालों के जवाब की अपेक्षा के साथ केके चतुर्वेदी मेमोरियल सोसाइटी को इस संबंध में नोटिस दी जा रही है।