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चोरों का हब बना शिवपुर थाना क्षेत्र, चोर-सिपाही का खेल जारी

चोर बंद मकानों, दुकानों को बनाते आ रहे निशाना, पुलिस की कार्यशैली पर वर्षों से उठते रहे सवाल

 

अबकी एसडीओं के मकान को बनाया निशाना, हेड कांस्टेबुल  को भी नही बख्शा

लाखों की चोरी में हजारों की बरामदगी से काम चलाती है पुलिस, कई मामलों को होता ही नही खुलासा

वाराणसी, भदैनी मिरर। शिवपुर थाना क्षेत्र चोरों का हब बन चुका है। अब चोरों ने चांदमारी स्थित श्यामपुरी कॉलोनी ब्लॉक ए निवासी एसडीओ हृदय नारायण सिंह के मकान को निशाना बनाया और लाखों के सोने-चांदी के आभूषण, नकदी और अन्य सामान लेकर चले गये। पिछली अन्य घटनाओं की तरह सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की औपचारिकता पूरी की। चोरों को पकड़ने का आश्वासन दिया और चली गई। आपको बता दें कि जिले का यह थाना क्षेत्र वर्षों से चोरां का हब बना हुआ है। चोरी की घटनाओं के कारण ही यहां के एक थानेदार को लाइन हाजिर किया जा चुका है। कई थानेदारों को चेतावनी मिली है। इसके बावजूद यहां चोर-सिपाही का खेल जारी है। खास बात यह कि चोर यहां बंद मकानों को निशाना बनाते हैं।

जानकारी के अनुसार एसडीओ हृदय नारायण सिंह के दो मकान शिवपुर थाना क्षेत्र में हैं। एसडीओ गिरधर नगर कालोनी में अपना नया मकान बनवाकर कई महीने से निवास करते हैं। जबकि श्यामपुरी कालोनी वाले पुराने मकान को बंद कर सभी घरेलू सामान रखकर उसे बंद कर दिया था। लेकिन रोज परिवार के लोग उसकी देखरेख करते आते-जाते रहे। हृदय नारायण ने बताया कि रोज की तरह श्यामपुरी कॉलोनी ब्लॉक ए मीरापुर बसही स्थित तीन मंजिला मकान से कुछ सामान लेने वह 7 दिसम्बर की शाम 5 बजे पहुंचे। देखा कि दिनदहाड़े मकान के मेन गेट का ताला टूटा था। सभी कमरों के ताले टूटे थे। अलमारी, बक्से, अटैचियों के भी ताले टूटे और सामान बिखरे हुए थे। चोरों ने बड़े इत्मीनान से पूरे घर को खंगाल दिया था। सोने-चांदी के गहने और कीमती कपड़े, इंडक्शन, स्पीकर, आदि गायब थे। उन्होंने बताया कि चोरी में गए समानों में सोने की चार चूड़िया, सभी 20-20 ग्राम की, एक जोड़ा सोने का झुमका, सोने की 25 ग्राम की चेन, सोने की पांच अंगूठी समेत सारे कीमती सामान चोरी हो गए हैं। एसडीओ ने चोरी गये सामानों की कीमत 15 लाख रुपए से अधिक बताई है। उन्होंने डायल 112 को सूचना दी तो पुलिस पहुंची। जांच पड़ताल की औपचारिकता पूरी कर और नसीहत देकर चली गई। इस मामले में एसडीओ ने थाने में तहरीर दी है। 

गौरतलब है शिवपुर थाना क्षेत्र में हाल के महीनों में चोरियों की सबसे अधिक घटनाएं हुईं। चोरों ने दुकानों और घरों को निशाना बनाया। चोरों के आतंक से स्थानीय लोगों और व्यापारियों में दहशत है। पुलिस गश्त पर सवाल उठते रहते हैं। ऐसा नही कि पुलिस चोरों को नही पकड़ती लेकिन वही चोर जेल से छूटते फिर अपने काम में लग जाते है। बरामदगियां आधी-अधूरी होती है। लेकिन अपराध बदस्तूर जारी रहता है। आम जनता का असंतोष बना रहता है। आपको बता दें कि अक्टूबर-नवंबर 2025 में नेपाली बाग, परमानंदपुर, और अन्य इलाकों में दुकानों (कपड़े, पेंट) और मंदिरों (शनिदेव मंदिर) से नकदी, आभूषण, और सामान चोरी हुए। यही नही यहां के चोर पुलिसवालों के मकान भी नही छोड़ते। हौंसला बुलंद चोरों ने हाल में ही छतरीपुर में रहनेवाले हेड कांस्टेबल का भी घर खंगाल दिया। इसके अलावा कई बंद मकानों को निशाना बनाया और लाखों के गहने और नकदी ले उड़े।

पिछले दिनों पुलिस ने कुछ चोरों विक्की बेनवंशी, आरिफ, रोहित, ललिता को पकड़ा। बताया कि यह शिवपुर सहित कई थाना क्षेत्रों में सक्रिय थे। चोरी के दौरान मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करते थे। इनका संगठित गिरोह है और उनके अन्य साथियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। यह भी जानना जरूरी है वरुणा जोन के शिवपुर थाना क्षेत्र में पिछले महीने भर में 14 चोरी की घटनाएं हुईं। गोमती जोन के बड़ागांव, सिंधोरा, कपसेठी, जंसा, राजातालाब का भी यही हाल है। बड़ागांव पुलिस की जनता में छवि यह है कि वह तो चोरी का मुकदमा भी दर्ज नही करती। हालांकि सभी थानों की हालत इसे इतर नही है। चोरी की घटनाओं में तहरीर मिलने के बावजूद जांच के नाम और चोरों को जल्द पकड़ने, माल बरामदगी के पीड़ितों को इतने सपने दिखा दिये जाते हैं कि वह कुछ दिन शांत हो जाता है। थाने के चक्कर काटते-काटते वह थक कर बैठ जाता है। चोर पकड़ने में इतना वक्त लग जाता है कि लाखों की चोरी में हजारों की बरामदगी से काम चल जाता है। पुलिस साहबानों के सामने अपना पीठ थपथपा लेती है। 

अब अलगी खबर में शिवपुर के चोर-पुलिस के खेल की अगड़ी कड़ी प्रस्तुत की जायेगी। अधिकारियों के रवैये की असलियत भी बताई जायेगी।