बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में शिवसेना का प्रदर्शन, पहले फूंका पुतला और फिर पैरों से रौंदा
अर्दली बाजार में जुटे शिव सैनिकों ने नारेबाजी कर जताया आक्रोश, बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंसा का किया विरोध
रिपोर्ट - वीरेंद्र पटेल
वाराणसी, भदैनी मिरर। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे कथित अत्याचारों, मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंसा की घटनाओं के विरोध में मंगलवार को शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के अर्दली बाजार स्थित महावीर मंदिर चौराहे पर जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान बड़ी संख्या में शिव सैनिक एकत्रित हुए और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसक घटनाओं के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंककर पैरों से रौंदा।
प्रदर्शन में उठी सख्त कार्रवाई की मांग
शिवसेना नेताओं ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है और आम नागरिकों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे पर संज्ञान लेने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान आतंकवाद के खिलाफ और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर नारे लगाए गए। शिवसेना नेताओं ने कहा कि यदि बांग्लादेश में हालात नहीं सुधरे, तो देशभर में इसका विरोध और तेज किया जाएगा।
शिवसेना के कई पदाधिकारी रहे मौजूद
इस प्रदर्शन में शिवसेना के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे। प्रमुख रूप से अजय चौबे (उप प्रमुख व मंडल प्रभारी), सतीश कुमार शर्मा (महानगर अध्यक्ष), गौरव शुक्ला (संगठन मंत्री), दिलीप गुप्ता, राजेश शर्मा, संदीप पटेल, दिनेश गौंड सहित अन्य शिव सैनिक मौजूद रहे।
कार्यक्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया गया। मौके पर सुरक्षा व्यवस्था भी मौजूद रही, जिससे किसी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो।