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वाराणसी में मनाया गया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस, 2586 गर्भवती महिलाओं की हुई जांच

 

वाराणसी: जनपद में बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA) दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। गर्भवती महिलाओं को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं देने और मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से जिले के सभी शहरी व ग्रामीण प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा और लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय, रामनगर में व्यापक स्तर पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि इस दिवस के तहत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क प्रसव पूर्व सभी जरूरी जांचें जैसे ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, यूरिन, मधुमेह, सिफलिस व पेट से जुड़ी जांचें उपलब्ध कराई गईं। साथ ही नवदंपति और परिवार नियोजन के इच्छुक लाभार्थियों को स्वस्थ परिवार - खुशहाल परिवार की दिशा में परामर्श भी दिया गया।

गर्भवती महिलाओं को दी गई खास सलाह

सीएमओ डॉ. चौधरी ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को संतुलित आहार लेने, समय पर चार प्रसव पूर्व जांचें कराने और कम से कम 180 कैल्शियम व आयरन की गोलियां लेने की सलाह दी गई। उन्होंने कहा कि यह सब उपाय गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक हैं।

278 महिलाएं एचआरपी श्रेणी में चिन्हित

एसीएमओ (आरसीएच) डॉ. एचसी मौर्या ने बताया कि जिले में कुल 2,586 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 278 महिलाएं उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (HRP) की श्रेणी में पाई गईं। इन महिलाओं को विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच के बाद उच्च स्तरीय स्वास्थ्य इकाईयों पर रेफर किया गया और उन्हें दवाएं, पोषण से संबंधित परामर्श और आवश्यक देखभाल दी गई।

गंभीर लक्षणों पर होती है एचआरपी की पहचान

दुर्गाकुंड सीएचसी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजली ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान तेज बुखार, सिरदर्द, धुंधलापन, पीलापन, दौरे, रक्तस्राव, सूजन या भ्रूण की हलचल कम होने जैसे लक्षणों को गंभीर मानते हुए महिला को एचआरपी श्रेणी में रखा जाता है, ताकि उन्हें समय रहते विशेष उपचार मिल सके।

लाभार्थियों ने जताया सरकार के प्रति आभार

छित्तूपुर निवासी सुमन चौहान (28) ने बताया कि उन्होंने गर्भावस्था की तीसरी तिमाही की सभी जांच करवाई। डॉक्टर ने उनका हीमोग्लोबिन स्तर सामान्य बताया और पौष्टिक भोजन लेने की सलाह दी। नरायनपुर की अन्तरा चौहान (27) ने बताया कि आशा कार्यकर्ता की मदद से उन्होंने सभी जांचें कराईं। उनका हीमोग्लोबिन थोड़ा कम निकला, जिसके लिए दवा और आयरन की गोलियां दी गईं। उन्होंने कहा, “हम सभी को घर के पास इतनी सुविधाएं मिल रही हैं, इसके लिए सरकार का धन्यवाद।”