ड्रोन उड़ने की फर्जी खबर प्रसारित करने वालों से सख्ती से निपटें-पुलिस कमिश्नर
राजपत्रित अधिकारियों व थाना प्रभारियों के साथ बैठक में कानून-व्यवस्था की समीक्षा
शोहदों पर रखें कड़ी नजर, कोई भी विवेचना 60 दिनों से अधिक लम्बित न रहे
वाराणसी, भदैनी मिरर। नवरात्र में धार्मिक उन्माद की बढ़ती घटनाएं, ड्रोन उड़ाने और फर्जी खबर के साथ अफवाह फैलाने आदि मामलों को लेकर रविवार को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने सम्बंधित पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। पुलिस कमिश्नर ने इस दौरान महिला सुरक्षा, न्यायालय में लम्बित मुकदमों, वाहन चेकिंग, सोशल मीडिया पर ड्रोन उड़ने की फर्जी खबर प्रसारित करने वालों, अवैध खनन आदि के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये।
अपराध नियंत्रण एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान उन्होंने मिशन शक्ति 5.0 अभियान की समीक्षा की। उन्होंने महिला अपराध की रोकथाम, पीड़ितों को त्वरित न्याय एवं सहायता, जागरूकता कार्यक्रमों के प्रभाव और भविष्य की रणनीतिक योजनाओं पर बल दिया। कहाकि शोहदों पर कड़ी नजर रखें और ऐसी कार्रवाई करें कि सकारात्मक मैसेज जाय। गांवों में महिला बीट कांस्टेबल चौपाल लगाकर महिलाओं की समस्याएं समझें व शोहदों को चिन्हित करें। साथ ही एंटी रोमियो स्क्वायड प्रत्येक दिन स्कूल, कॉलेज, बाजार, पुलिया आदि पर चेकिंग करें। इस अभियान में प्रभावी कार्यवाही न करने वाले थाना प्रभारी हटाए जायेंगे और विभागीय कार्यवाही होगी।
उन्होंने कहाकि कोई भी विवेचना 60 दिनों से अधिक लम्बित न रहे। कहाकि विवेचना की गति, साक्ष्य संकलन की गुणवत्ता, चार्जशीट दाखिल करने की समयसीमा में कार्य सम्पादित करें। शिकायत मिलने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। न्यायालय में दोषसिद्धि दर बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक जांच, फॉरेंसिक तकनीक एवं डिजिटल साक्ष्य उपलब्ध कराएं। बिना नंबर प्लेट, तीन सवारी वाहनों की विशेष चेकिंग कर चालान किया जाय। काली फिल्म लगी गाड़ियों की पहचान कर चालान की कार्रवाई करें। जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही की जाय। सार्वजनिक स्थानों पर स्टंट करने वालों पर कार्रवाई करें।
उन्होंने गो-तस्करी, अवैध खनन के खिलाफ भी कार्रवाई का निर्देश दिया। सीमावर्ती एवं संवेदनशील मार्गों पर इंटरसेप्शन पॉइंट्स, गश्त व्यवस्था, ड्रोन/सीसीटीवी निगरानी को और मजबूत बनाने के निर्देश दिए गए। कहाकि सोशल मीडिया पर ड्रोन उड़ने की फर्जी खबर फैलाने वालों के विरूद्ध प्रभावी वैधानिक कार्यवाही की जाय। साथ ही दंगा नियंत्रण उपकरण की जांच कर लें। बैठक में राजपत्रित अधिकारियों के अलावा थाना प्रभारी मौजूद रहे।