{"vars":{"id": "125128:4947"}}

नवरात्रि के दूसरे दिन वाराणसी में माता ब्रह्मचारिणी के दर्शन को उमड़े भक्त, पढ़ाई में कमजोर बच्चे जरूर करें दर्शन

दुर्गा घाट स्थित प्राचीन मंदिर में गूंजे जयकारे, महंत ने बताया पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए मां ब्रह्मचारिणी की आराधना का महत्व

 
वाराणसी, भदैनी मिरर। शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन वाराणसी के दुर्गा घाट स्थित प्राचीन माता भगवती ब्रह्मचारिणी मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है। पूरा परिसर मां शेरावाली के जयकारों से गूंज रहा है। श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर लंबी कतारों में माता ब्रह्मचारिणी के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं।
पढ़ाई में कमजोर बच्चों को मिलेगी कृपा
मंदिर के महंत ने बताया कि नवरात्रि के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा का विशेष महत्व है। जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं, वे अगर नियमित रूप से भगवती ब्रह्मचारिणी की आराधना और मंत्र जप करें तो उनकी कठिनाइयां दूर होंगी। माता की कृपा से अच्छे अंक आएंगे, नौकरी मिलेगी और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ेगी।
ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली। देवी का यह रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और भव्य है। इनके दाहिने हाथ में जपमाला और बाएं हाथ में कमंडल है।
नवरात्र का महत्व
नवरात्र शिव और शक्ति का उत्सव है। शारदीय नवरात्र में माता शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा, मां कूष्मांडा, मां स्कंदमाता, मां कात्यायनी, मां कालरात्रि, मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है। इन सभी नवगौरी मंदिरों में शृंगार की सामग्री भी पहुंचाई जाएगी।