अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर काशी के अस्सी घाट पर योग संगम, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल बोलीं – 'योग अपनाएं, स्वस्थ रहें'
योग दिवस पर अस्सी घाट बना आध्यात्मिक और स्वास्थ्य संगम
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने योग को आत्मा और शरीर का सेतु बताया
'हम स्वस्थ तो पृथ्वी स्वस्थ' थीम के साथ योग सेहत और संकल्प का संदेश
वाराणसी, भदैनी मिरर। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर काशी का अस्सी घाट एक बार फिर योग, ऊर्जा और एकता के संगम में बदल गया। 'हम स्वस्थ तो पृथ्वी स्वस्थ' थीम पर आयोजित इस विशेष योग कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। उन्होंने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए लोगों से इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की।
अनुप्रिया पटेल ने कहा, "योग सिर्फ शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मा और शरीर को जोड़ने का सेतु है। यह भारत की प्राचीनतम सांस्कृतिक धरोहर है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक पहचान दिलाई है।"
उन्होंने कहा कि 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा योग दिवस को मान्यता देने के बाद से दुनिया भर में इसका प्रभाव बढ़ा है। "आज पूरी दुनिया भारत की इस परंपरा को अपनाकर स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन की ओर बढ़ रही है।"
‘योग और पर्यावरण दोनों जुड़े हैं’
केंद्रीय मंत्री ने यह भी जोड़ा कि स्वास्थ्य और पर्यावरण एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा, "जब हम स्वयं स्वस्थ रहते हैं, तो हमारे विचार, व्यवहार और जीवनशैली भी पृथ्वी को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।"
इस कार्यक्रम में नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, वज्रासन, भुजंगासन जैसे योगासनों के जरिए प्रतिभागियों ने स्वास्थ्य और अनुशासन का संदेश दिया।
अंत में अनुप्रिया पटेल ने कहा: "योग से न केवल बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि यह आंतरिक शांति, मानसिक शक्ति और पर्यावरणीय संतुलन की ओर भी हमारा मार्गदर्शन करता है।"