वाराणसी में ‘एमएसएमई सेवा पर्व-2025’ का आगाज़, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किया उद्घाटन
रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केंद्र में हुआ आयोजन | 1500 से अधिक लाभार्थियों ने लिया हिस्सा | खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग और एनएसआईसी के बीच हुआ एमओयू | नमो घाट पर स्वच्छता कार्यक्रम भी आयोजित
Sep 28, 2025, 20:58 IST
वाराणसी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) द्वारा आयोजित ‘एमएसएमई सेवा पर्व-2025: विरासत से विकास’ का भव्य आगाज़ शनिवार को वाराणसी में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने की, जबकि उद्घाटन भारत सरकार की केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र में किया।
तीन दिवसीय यह पर्व (28 से 30 सितंबर) सेवा, सांस्कृतिक गौरव और विरासत को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। इसमें एमएसएमई योजनाओं के 1500 से अधिक लाभार्थियों ने भाग लिया।
स्थानीय कारीगरों की प्रदर्शनी
श्री मांझी ने स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी-सह-बिक्री का उद्घाटन किया। 130 स्टॉलों वाली यह प्रदर्शनी तीन दिनों तक चलेगी।
मंत्री बोले – एमएसएमई क्षेत्र है भारत की रीढ़
सभा को संबोधित करते हुए श्री मांझी ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र रोजगार सृजन में देश का सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। उन्होंने पीएमईजीपी, सीजीटीएमएसई, उद्यम पंजीकरण और एनएसएसएच जैसी योजनाओं के महत्व पर प्रकाश डाला।
राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे का संबोधन
शोभा करंदलाजे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विज़न “स्वदेशी को बढ़ावा” देना है। उन्होंने पीएम विश्वकर्मा, पीएमईजीपी और उद्यम पंजीकरण जैसी योजनाओं को उद्यमियों और कारीगरों को सशक्त बनाने वाला बताया।
समझौते और वितरण कार्यक्रम
इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) और राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) के बीच विपणन सहयोग पर समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही लाभार्थियों को ऋण प्रमाणपत्र, मार्जिन मनी सब्सिडी और टूलकिट भी वितरित किए गए।
नमो घाट पर स्वच्छता अभियान
आयोजन का एक विशेष हिस्सा नमो घाट पर स्वच्छता कार्यक्रम रहा, जिसमें सामुदायिक सेवा और स्वच्छता का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि और वाराणसी के संभागीय आयुक्त एस. राजलिंगम भी मौजूद रहे।