दुस्साहसः संकटमोचन मंदिर के महंत परिवार समेत गये दिल्ली, चोरों ने उड़ाया लाखों का माल
परिवार के साथ दिल्ली गये थे मंहत विश्वम्भरनाथ मिश्र
घर लौटने पर पता चला, ताला तोड़कर चाभी से खोली गई थी आलमारी
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी के प्रसिद्ध श्रीसंकटमोचन मंदिर के महंत और महामना की तपोभूमि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विश्वम्भर नाथ मिश्र पत्नी के इलाज के लिए दिल्ली गये थे। इधर, दुस्साहसी चोरों ने कमरे का ताला तोड़कर आलमारी का ताला खोलकर नकदी समेत लाखों के आभूषण उड़ा दिये। हालांकि दुस्साहसी चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दे तो दिया लेकिन उनकी करतूत सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है। बताया जा रहा है कि कुछ चोरों की पहचान भी पुलिस ने कर ली है। अब उनकी तलाश में दनादन दबिश जारी है।
जानकारी के अनुसार प्रोफेसर विश्वम्भरनाथ मिश्र परिवार के इलाज के लिए दिल्ली गये थे। सोमवार को जब एक कर्मचारी कमरे की ओर गया तो देखा कि कमरे का ताला टूटा है। यह देख महंत जी को जानकारी दी गई, उस समय वह वाराणसी लौट रहे थे। वह जब वापस लौटकर अंदर जाकर देखा तो आलमारी का ताला टूटा नही बल्कि खोला गया था। आलमारी से ढाई लाख रूपये नकद और लाखों के आभूषण गायब थे। यह देख मंहत जी सन्न रह गए। आश्चर्य इस बात का कि कोई आजतक घर में घुसकर इस तरह की चोरी की हिम्मत नही जुटा सका था।
इसके बाद मंहतजी ने पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। कुछ देर के बाद डीसीपी काशी जोन गौरव वंसवाल, लंका, भेलूपुर थाने की फोर्स के साथ पहुंचे। कुछ देर में एडीसीपी काशी जोन सरवन टी, एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा भी टीम के साथ पहुंच गये। पुलिस ने कुछ चोरों को चिन्हित कर लिया है। डीसीपी काशी जोन सरवन टी ने बताया कि शीघ्र ही सारे चोर पुलिस के शिकंजे में होंगे। चोरी के सामनों की बरामदगी कर ली जाएगी।
इत्मीनान से घटना को दिया अंजाम
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक करीब चार चोरों ने घटना को अंजाम दिया है। जो सीसीटीवी के मुताबिक रविवार सुबह 11:45 बजे कमरे की ओर जाते दिखे और दोपहर करीब 1:03 बजे कमरे से निकलते देखे गए है। इसके अलावा पुलिस को दो कर्मचारियों पर भी संदेह है। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है। डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल ने घटना के खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन कर दिया है। जो सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर दबिश दे रही है।