ट्रेनों में बम होने की सूचना देकर यात्रियों को दहशत में डालने वाला अफवाहबाज गिरफ्तार
मुम्बई में रहता है राजेश शुक्ला, जौनपुर का है मूल निवासी
दो जून को काशी एक्सप्रेस व कमायनी एक्सप्रेस में बम होने की सूचना देकर फैला दी थी सनसनी
वाराणसी, भदैनी मिरर। ट्रेनों में बम होने की अफवाह फैलाकर रेलवे, जीआरपी और यात्रियों को परेशानी में डालने वाले राजेश शुक्ला को जीआरपी ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। राजेश की हरकत के कारण ट्रेनों को रोक कर उसकी सघन जांच कराई गई थी और यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। गिरफ्तार 48 वर्षीय अफवाहबाज राजेश मुम्बई के नम्बर-96 कोलीबारा शिवान हाट के 408 प्रतिक्षानगर बिल्डिंग का रहनेवाला है। हालांकि वह मूल निवासी जौनपुर जिले के मछलीशहर क्षेत्र के दियांवा महादेव गांव का है। पुलिस ने उसके पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किया है।
जीआरपी कैण्ट ने बताया कि दो जून को ट्रेन नं. 15018 काशी एक्सप्रेस व 11071 कमायनी एक्सप्रेस में बम रखे होने की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई थी। इससे सनसनी फैल गई और पूरा रेलवे महकमा हरकत में आ गया। इस सूचना के कारण ट्रेनों को जंघई स्टेशन पर रोक कर जीआरपी, आरपीएफ और डाग स्क्वायड से बाकायदा चेकिंग कराई गई। इसके चलते ट्रेन यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्री दहशत में रहे। तलाशी में ऐसा कुछ भी नही मिला। रेल यतायात प्रभावित हुआ। तब संदेह हुआ कि हो न हो किसी ने जानबूझ कर सनसनी फैलाने या किसी अन्य मकसद से सूचना दी।
पुलिस ने फर्जी सूचना देनेवाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उसकी तलाश शुरू कर दी। सर्विलांस टीम ने सूचना देनेवाले के मोबाइल नम्बर को खंगाला तो वह राजेश शुक्ला का मिला। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। रविवार को सर्विलांस से उसका लोकेशन वाराणसी रेलवे स्टेशन के आसपास मिला। मुखबिर ने बताया कि फर्जी सूचना देनेवाला राजेश वाराणसी जंक्शन के के प्लेटफार्म नं.-10,11 पर फुटओवरब्रिज की और आ रहा है। इस पर पुलिस टीम पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। इसे गिरफ्तार करनेवाली टीम में कैंट जीआरपी के एसआई विनोद कुमार सरोज, हेड कांस्टेबल संजय यादव, ओमकार नाथ यादव, कांस्टेबल अनिरुद्ध कुमार रहे।