प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय में सौंपा ज्ञापन, दुर्गाकुंड-संकटमोचन एकल मार्ग होने से सैकड़ों दुकानदारों के व्यापार प्रभावित होने का आरोप
दुकानदार ने दिए पत्र में कहा - प्रशासन के वन-वे निर्णय से स्थानीय व्यापारियों को हो रही भारी परेशानी
वाराणसी। दुर्गाकुंड से संकटमोचन तक जाने वाले मुख्य मार्ग को प्रशासन द्वारा वन-वे किए जाने के निर्णय के खिलाफ स्थानीय दुकानदारों ने विरोध जताया है। आरोप है कि त्योहारी सीजन में इस रूट को वन-वे किए जाने से व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस मुद्दे पर दुकानदारों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित पत्र उनके संसदीय कार्यालय में सोमवार को जनसुनवाई कर रहे यूपी सरकार में राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' को सौंपा। पत्र में इस रूट से वन-वे का निर्णय हटाने की मांग की गई है।
पत्र में राजकुमार केजरीवाल समेत स्थानीय व्यापारियों ने कहा है कि त्योहारी मौसम में इस तरह का निर्णय अनुचित है। दुर्गाकुंड- संकटमोचन मार्ग बंद होने से सैकड़ों दुकानदारों की आमदनी पर असर पड़ा है और पूरे इलाके का व्यापार प्रभावित हुआ है। वहीं, बीएचयू अस्पताल आने-जाने वाले चारपहिया वाहन चालकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दुकानदारों ने कहा कि यह मार्ग क्षेत्र का प्रमुख व्यावसायिक और यातायात का संपर्क मार्ग है, जिसे बंद करने से स्थानीय जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि प्रशासन को तत्काल निर्देश देकर इस मार्ग को दोबारा खोलने की व्यवस्था की जाए, ताकि व्यापारियों और आम नागरिकों को राहत मिल सके।
क्या है प्रशासन का नया ट्रैफिक प्लान
दो दिन पूर्व प्रशासन ने दुर्गाकुंड-संकटमोचन मार्ग को वन-वे बनाने का निर्णय लिया था। इसके तहत गुरुधाम एवं दयाल टावर होते हुए आने वाले वाहनों को अब सीधे रविदास गेट से बाहर निकाला जा रहा है। वहीं, कबीर नगर और संकटमोचन की तरफ से आने वाले वाहनों को रविदास गेट की दिशा से मोड़ने की व्यवस्था की गई है।
इसी तरह, मालवीय चौराहे से आने वाला ट्रैफिक अब संकटमोचन की तरफ नहीं मुड़ सकेगा, बल्कि पद्मश्री चौराहा से बाएं मुड़कर दयाल टावर होकर दुर्गाकुंड और कबीर नगर की ओर जा सकेगा। इसके अलावा, पद्मश्री चौराहा पर एक हाइटगेट बैरियर लगाया जाएगा ताकि स्कूली बसें उस मार्ग से न जा सकें।
स्थानीयों में बढ़ी नाराजगी
इस बदलाव से दुकानदारों, स्कूली बच्चों और दर्शनार्थियों को भारी असुविधा हो रही है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि अचानक से किए गए इस ट्रैफिक परिवर्तन से न तो जनता को पहले से सूचना दी गई और न ही वैकल्पिक मार्गों की कोई स्पष्ट व्यवस्था की गई।
क्या मांगा गया है
व्यापारियों ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए लंका से दुर्गाकुंड मार्ग को तत्काल पुनः चालू करने का निर्देश दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह कदम न सिर्फ व्यापार को राहत देगा बल्कि बीएचयू क्षेत्र में आने-जाने वाले मरीजों और छात्रों की भी सुविधा बहाल करेगा।