काशी की देव दीपावली : बाहरी मोटरबोट और बजड़े गंगा में प्रतिबंधित, नही चलेंगी हाथ से चलनेवाली नौकाएं
अस्सी से नमो घाट यानी पांच किमी तक जेटी से की जाएगी बैरिकेडिंग, प्रयागराज से भी आ रही जेटियां
20 क्रूज और 1200 से अधिक नौका और बजड़े गंगा में संचालित होने का अनुमान
वाराणसी, भदैनी मिरर। देव दीपावली पर गंगा में रूट डायवर्जन लागू रहेगा। अस्सी से नमो घाट तक 5 किलोमीटर तक बैरिकेडिंग की जाएगी। क्रूज और मोटरबोट के लिए रूट बनेगा। इस दौरान हाथ से चलनेवाली नौकाएं पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगी। जल पुलिस के अनुसार देव दीपावली पर बाहरी मोटरबोट, बजड़े पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे। सामनेघाट पुल और नमो घाट के बाद से किसी भी बाहरी मोटरबोट को बीच गंगा में नहीं आने दिया जाएगा। देव दीपावली के दिन 20 क्रूज और 1200 से अधिक नौका और बजड़े गंगा में संचालित होने की संभावना है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन 5 नवम्बर को काशी में देव दीपावली मनाई जाएगी। इस दौरान लाखों दीयों की रोशनी से काशी के घाट जगमग होंगे। इसके अलावा लेजर शो और क्रैकर्स शो भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
आपको बता दें कि काशी की विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली को देखने के लिए देश-विदेश से लाखों पर्यटकों की भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में जल-थल पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के प्रबंध किये जा रहे हैं। प्लान के तहत गंगा में अस्सी से नमो घाट तक पांच किलोमीटर तक जेटी से बैरिकेडिंग की जाएगी। क्रूज और मोटरबोट के लिए रूट बनेगा। हर एक किलोमीटर पर एक कट होगा, जहां से मोटर बोट घूम सकेंगे। इसके साथ ही प्रमुख घाटों जैसे दशाश्वमेध, अस्सी, नमो घाट, पंचगंगा और आरती वाले स्थानों पर कोई नौका खड़ी नहीं की जाएगी। अफसरों के अनुसार 4 नवंबर की रात से ही रूट डायवर्जन प्रभावी हो जाएगा। जल पुलिस, पीएसी के जवान और एनडीआरएफ की टीमें तैनात रहेंगी। नाविकों और पर्यटकों को नियमों का पूरा पालन करना होगा और नियमों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई होगी।
गंगा में जेटी से बैरिकेडिंग के लिए प्रयागराज से भी जेटी मंगाई जा रही है। इनमें से कुछ जेटी रविदास घाट पहुंच चुकी है। कल तक सभी जेटी मंगा ली जाएगी। अस्सी घाट से नमो घाट के बीच बैरिकेडिंग कर क्रूज और मोटरबोट के संचालन के लिए रूट तैयार किया जा रहा है। बैरिकेडिंग के अंदर ही मोटरबोट का संचालन किया जाएगा। अभी फूल प्रूफ प्लान के लिए सभी विभागों की संयुक्त बैठक में कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। गंगा सुरक्षा प्लान के तहत गंगा में पांच किमी तक बैरिकेडिंग तो होगी लेकिन चेतसिंह किला घाट के पास बैरिकेडिंग नहीं होगी।
उधर, यदि गंगा में 20 क्रूज चलेंगे तो छोटी नावों के संचालन के दिक्कतें आ सकती हैं। दुर्घटना की भी आशंका है। ऐसे में माझी समाज ने सुझाव दिया है कि क्रूज का का संचालन गंगा में रेत की ओर किया जाय और उनके ठहराव की व्यवस्था नमो घाट पर की जाय।
रूट डायवर्जन भी लागू होगा
देव दीपावली पांच नवंबर को रामनगर और कोतवाली सर्किल में विशेष रूट डायवर्जन लागू रहेगा। पड़ाव चौराहे से राजघाट पुल और रामनगर चौराहा से सामनेघाट पुल से होकर शहर की ओर कोई भी मालवाहक वाहन प्रवेश नहीं करेंगे। यदि इस बीच कोई मालवाहक पकड़ा गया तो उसे सीज कर दिया जाएगा। सभी मालवाहक पांच नवम्बर की सुबह 11 बजे तक ही शहर क्षेत्र से पड़ाव चौराहा की तरफ जा सकेंगें। इसके अलावा गोदौलिया, मैदागिन, भैसासुर घाट, अस्सी घाट की ओर जानेवाले मार्गों पर भी वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।