UP में 21 जून को भव्य रूप से मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, प्रदेशभर में होंगे विशेष कार्यक्रम: आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयाल' ने बुधवार को वाराणसी के सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए 21 जून को मनाए जाने वाले 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार योग दिवस को प्रदेश के हर जिले, तहसील और गांव-गांव तक पहुंचाने का लक्ष्य है। यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से शुरू हुआ और आज पूरे विश्व में योग को अपनाया जा रहा है।
हर व्यक्ति को स्वस्थ रखने का सबसे सशक्त साधन है योग: मंत्री
मंत्री दयाशंकर मिश्र ने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि एक जीवनशैली है, जो मन, शरीर और आत्मा को संतुलित करने में मदद करता है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को यह बताया कि योग केवल भारत की धरोहर नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक उपहार है। योग व्यक्ति को निरोगी रखने का सबसे बड़ा मंत्र है।"
राज्य भर में होगा भव्य आयोजन
आयुष मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस योग दिवस को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरे राज्य में विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला तैयार की है। राजभवन से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक, हर प्रमुख स्थल पर योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का संचालन आयुष विभाग के 400 विशेष प्रशिक्षित योग प्रशिक्षकों (ट्रेनर्स) द्वारा किया जाएगा। ये ट्रेनर आम लोगों को योग की विभिन्न क्रियाएं जैसे प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, ध्यान आदि सिखाएंगे।
स्कूलों में बच्चों को मिलेगा सम्मान
योग दिवस के तहत राज्य के विभिन्न स्कूलों में योग प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी, जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि यह प्रयास बच्चों में योग के प्रति जागरूकता और रूचि को बढ़ाएगा। उन्होंने बताया कि इसके जरिए सरकार बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है।
हर जनपद में खास आयोजन
हर जिले के प्रमुख स्थलों जैसे पार्क, स्कूल, स्टेडियम, सरकारी कार्यालय परिसर आदि में सुबह से ही योग सत्र आयोजित होंगे। जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि इन कार्यक्रमों की तैयारी सक्रिय रूप से और समयबद्ध तरीके से की जाए। मंत्री ने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे स्वयं भी योग कार्यक्रम में भाग लें और जन सहभागिता को बढ़ावा दें।
तैयारियों को अंतिम रूप दे चुका है आयुष विभाग
आयुष मंत्री ने बताया कि पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग ने सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। प्रशिक्षकों की तैनाती से लेकर उपकरण और आयोजन स्थलों की व्यवस्था तक सभी पहलुओं पर काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि एक संदेश है कि हर व्यक्ति योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करे और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाए।
योग भारत की सांस्कृतिक धरोहर: दयाल
अपने संबोधन के अंत में मंत्री ने कहा कि "योग भारत की सांस्कृतिक धरोहर है और हमें गर्व है कि पूरी दुनिया इसे अपनाकर भारत की परंपरा को सम्मान दे रही है। हमारा उद्देश्य है कि यह परंपरा घर-घर तक पहुंचे और हर व्यक्ति योगमय जीवन जीए।"
इस मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ योग प्रशिक्षकों की एक टीम भी मौजूद रही।