वाराणसी से भी जुड़े इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड के तार
गाजीपुर की उजाला यादव ने किया बड़ा खुलासा
वाराणसी रोडवेज की बस से गाजीपुर गई पति की हत्यारिन सोनम
गाजीपुर, भदैनी मिरर। इंदौर (मध्य प्रदेश) के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपित और राजा की पत्नी सोनम के तिरिया चरित्र का परत दर परत खुलासा होता जा रहा है। अब सोनम के गाजीपुर में सरेंडर करने से पहले उससे मिली सैदपुर के होलीपुर (इनामीपुर) गांव की उजाला यादव ने बड़ा खुलासा किया है। राजा रघुवंशी हत्याकांड के तार वाराणसी से भी जुड़े हैं। बताया कि इंदौर से भागकर आयी सोनम उससे आठ जून की रात वाराणसी कैंट स्टेशन के पास रोडवेज पर मिली थी। वह गोरखपुर जाने के लिए काफी परेशान थी। बाद में उसने बस से हमारे साथ सफर किया और गाजीपुर उतर गई। इसके बाद उसके आत्मसमर्पण की बात सामने आई।
उजाला यादव ने मीडिया को बताया कि वह 8 जून की रात सोनम रघुवंशी के साथ वाराणसी रोडवेज से गाजीपुर तक बस से यात्रा की। उसने बताया कि वह रात दस बजे के बाद लखनऊ से वाराणसी कैंट पहुंची थी। वहीं उसकी सोनम से मुलाकात हुई थी। हालांकि वह नही जानती थी कि यही राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपित सोनम ही है। उजाला ने बताया कि उसने चेहरा ठक रखा था। लेकिन वह गोरखपुर जाना चाहती थी, मगर ट्रेन देर रात 3 बजे थी। चेहरा ढकी युवती ने उससे गाजीपुर जाने की बात कही और ट्रेन लेट होने की बात बताई तो उजाला ने उसे बस से गाजीपुर तक चलने की सलाह दी।
सोनम ने चेहरा दुपट्टे से ढका हुआ था। बस में सवार होने के बाद उसने उससे पानी मांगा तब नकाब हटाया था। उसी समय उजाला ने उसका चेहरा देखा था। लेकिन उजाला यादव यह नही पहचान पाई कि यही सोनम है। उसने यह भी बताया कि सोनम परेशान दिख रही थी और बार-बार गोरखपुर के बारे में पूछताछ कर रही थी। एक युवक सोनम के पास बैठा था, लेकिन बाद में सीट बदलकर दूसरी जगह चला गया। तब सोनम आकर उजाला के बगल में बैठ गई और दोनों में बातचीत शुरू हुई। हालांकि राजा रघुवंशी जैसे चर्चित कांड की खबरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। ऐसे में बस में उसके बगल में बैठे-बैठे वह उसी घटना से सम्बंधित वीडियो देख रही थी। यह देख सोनम ने उसे वीडियो देखने से मना किया। इस दौरान सोनम ने उजाला से मोबाइल मांगा। एक नम्बर भी डायल किया लेकिन फोन नही मिलाया। इसके बाद उसने उस नम्बर को मिटा दिया। सोनम सैदपुर रोड पर उतर गई।
इसके बाद उजाला घर पहुंची तो उसने सोशल मीडिया और टीवी पर उसी युवती की फोटो देखी। उजाला भी अचरज में पड़ गई कि यही तो थी जो वाराणसी से बस में उसके साथ आई थी। तब उसने नंदगंज थाने और सोशल मीडिया से मृतक राजा रघुवंशी के भाई का फोन नंबर लेकर उनके घरवालों को फोन से सूचना दी थी। सोनम की पहचान बताने के बाद राजा रघुवंशी के भाई सचिन ने चार संदिग्धों की तस्वीरें उजाला को भेजी, लेकिन उजाला उन्हें नही पहचान पाई। अब यह खबर मेघालय पुलिस को भी मिली तो उसने उजाला यादव से संपर्क किया। उजाला ने मेघालय पुलिस को जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया कि सोनम गोरखपुर जाना चाहती थी। राजा रघुवंशी हत्याकांड से सम्बंधित वीडियो लोगों के मोबाइल पर पहुंच जाने के बाद से वह परेशान हो गई थी। इधर, पुलिस के लगातार छापे की सूचना से डरकर उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
गौरतलब है कि पुलिस पहले खुलासा कर चुकी है कि 23 मई को शिलांग में तीन युवकों संग मिलकर पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम इंदौर पहुंची थी और वहीं 14 दिन रही। जब उसके प्रेमी राज रघुवंशी और तीन अन्य हत्यारोपितों पर पुलिस का शिकंजा कसा तो वहां से भागकर अपहरण का नाटक रचने के लिए वहां से भागी थी। चर्चा है कि वह ट्ेन से कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। इसके बाद उसे गोरखपुर में अपहरण का नाटक करना था। मगर गोरखपुर की ट्रेन लेट थी तो रोडवेज चली आई। गोरखपुर में अपहरण के नाटक और पुलिस सुरक्षा में आकर कहानी गढ़ने की उसकी कहानी फेल हो गई तो उसने गाजीपुर-वाराणसी रोड स्थित ढाबे पर पहुंची। ढाबा संचालक से मोबाइल फोन मांग कर अपने भाई को फोन कर अपना लोकेशन बताया। यह उसने तब किया जब उसे पता चल गया था कि उसके सारे प्लान पुलिस फेल कर चुकी है। उसके पास आत्मसमर्पण के अलावा कोई चारा नही बचा है।