IANCON-2025 : काशी में पहली बार होगा भारतीय न्यूरोलॉजिकल एसोसिएशन का वार्षिक सम्मेलन, आज से शुरू होंगी वर्कशॉप्स
29 अक्टूबर से 2 नवंबर तक वाराणसी में जुटेंगे देश-विदेश के 1500 से अधिक न्यूरोलॉजिस्ट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मिर्गी, पार्किंसन और न्यूरो बीमारियों पर करेंगे चर्चा
वाराणसी,भदैनी मिरर। भारतीय न्यूरोलॉजिकल एसोसिएशन (इंडियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी) का 32वां वार्षिक सम्मेलन IANCON-2025 आज से काशी में प्रारंभ हो गया है। यह आयोजन पहली बार उत्तर प्रदेश की पवित्र नगरी वाराणसी में हो रहा है।
सम्मेलन 29 अक्टूबर से 2 नवंबर तक ताज होटल नदेसर में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में भारत और विदेशों से आए 1500 से अधिक न्यूरोलॉजिस्ट शामिल होंगे, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पार्किंसन, मिर्गी और न्यूरोलॉजी से जुड़ी भविष्य की चुनौतियों पर मंथन करेंगे।
यह सम्मेलन काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी विभाग के तत्वावधान में आयोजित हो रहा है। विभागाध्यक्ष प्रो. अभिषेक पाठक के नेतृत्व में टीम इस आयोजन का संचालन कर रही है। आयोजन समिति में डॉ. आर.एन. चौरसिया (चेयरमैन), प्रो. विजयनाथ मिश्र (आयोजन सचिव), प्रो. दीपिका जोशी (चेयरमैन, साइंटिफिक कमेटी), डॉ. वरुण सिंह और डॉ. आनंद कुमार (संयुक्त आयोजन सचिव) शामिल हैं।
वर्कशॉप्स से हुआ सम्मेलन का आगाज़
आयोजन सचिव प्रो. विजयनाथ मिश्र ने बताया कि पहले दिन विभिन्न विषयों पर वर्कशॉप्स आयोजित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य चिकित्सकों को नवीनतम तकनीक और उपचार पद्धतियों से परिचित कराना है।
इन वर्कशॉप्स में केस-आधारित चर्चाएँ, लाइव डेमोंस्ट्रेशन और विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से चिकित्सकों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा।
मुख्य वर्कशॉप्स इस प्रकार हैं:
1. स्पैसिसिटी में बोटुलिनम टॉक्सिन का उपयोग
अध्यक्ष – डॉ. रवि उनियाल, लखनऊ; संयोजक – डॉ. निर्मल सूर्या, मुंबई
2. न्यूरो-ऑफ्थैल्मोलॉजी (तंत्रिका संबंधी नेत्र रोग विज्ञान)
अध्यक्ष – डॉ. कमलेश कुमार सोनकर, प्रयागराज; संयोजक – डॉ. विवेक लाल, चंडीगढ़
3. इवोक्ड पोटेंशियल (Evoked Potential)
अध्यक्ष – डॉ. दीपांशु दुबे, सागर; संयोजक – डॉ. मार्गी देसाई, मुंबई
4. न्यूरो यूरोलॉजी (Neuro Urology)
अध्यक्ष – डॉ. सुरेंद्र कुमार, रांची; संयोजक – डॉ. जलेश पनिकर, यूनाइटेड किंगडम
5. न्यूरो इंटेंसिव केयर (Neuro Intensive Care)
संयोजक – डॉ. आरती सरवाल (अमेरिका), डॉ. राजेश अय्यर (कोयंबटूर)
6. न्यूरो सोनोलॉजी: रक्त वाहिकाओं से नसों तक, निदान से उपचार तक
संयोजक – डॉ. आनंद कुमार, वाराणसी; अध्यक्ष – डॉ. विजय के. शर्मा, सिंगापुर
30 अक्टूबर को होगा औपचारिक उद्घाटन
कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन 30 अक्टूबर को होगा। उद्घाटन समारोह को भारतीय वीरता और साहस को समर्पित किया गया है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर के जांबाज जवानों और गोरखा ट्रेनिंग सेंटर के सैनिकों का सम्मान किया जाएगा।
इस अवसर पर 17 फीट ऊँची “कैप” की अनुकृति लगाई जाएगी।
मुख्य अतिथि होंगे ब्रिगेडियर अनर्बन दत्ता (गोरखा ट्रेनिंग सेंटर, वाराणसी), जबकि अध्यक्षता बीएचयू के कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी करेंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ होगा।
उद्घाटन समारोह के बाद भारतीय कला की प्रस्तुति में पद्म अवॉर्डी प्रो. राजेश्वर आचार्य (जल तरंग) और प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र (मृदंग वादन) अपनी मनमोहक प्रस्तुतियाँ देंगे।