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वाराणसी में बंद कराये गये चार अस्पताल, बिना पंजीकरण चलाये जा रहे थे  

काशी विद्यापीठ विकास खंड में सीएमओ के निर्देश पर हुई कारवाई

 

संचालकों को दी गई चेतावनी, दोबारा पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

वाराणसी, भदैनी मिरर। सीएमओ ने काशी विद्यापीठ विकास खंड में बिना पंजीकरण चलाये जा रहे चार अस्पतालों को बंद करा दिया। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संचालकों को सख्त चेतावनी दी है कि अगर बिना पंजीकरण दोबार चलाते हुए मिले तो कार्रवाई की जायेगी। इस बाबत संचालकों से पत्र भी लिये गये हैं। 

बताते हैं कि सीएमओ की ओर बिना पंजीकृत अस्पतालों की सूची जारी कर उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया था। सीएचसी मिसिरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डा.रामबली सिंह ने पुलिस की सहायता से चार अस्पताल -डोलडम मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल अवलेशपुर, वान्या हास्पीटल चितईपुर, पूजा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल अखिरी, सर्वोदय हॉस्पिटल अखरी बाईपास का  निरीक्षण करते हुए तत्काल बंद करवा दिया गया। संचालकों को निर्देशित किया गया है कि यदि बिना पंजीकरण के अस्पताल पुनः चलाते पकड़े गए तो सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस सम्बंध में उनसे इस आशय का लिखित प्रमाण पत्र भी लिया गया है।

आपको बता दें कि वाराणसी में बिना पंजीकरण और मानक के विरूद्ध चलाये जा रहे निजी अस्पतालों में मरीजों से लूट और यहां तक की उनकी जान चले जाने के साथ ही अवैध कार्य की घटनाएं मीडया में प्रकाशित हुई थीं। इसके बाद कुछ साल पहले जिले में जबर्दस्त छापेमारी अभियान चला। कई निजी अस्पताल बंद कराये गये और कई अस्पतालों के संचालक और कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग के छापेमारी टीम को देखकर भाग गये हुए। इससे अवैध ढंग से अस्पताल, नर्सिंग होम संचालिक करनेवालों में हड़कम्प मच गया था। जनता ने इस मुहिम को  समर्थन भी दिया। लेकिन प्रभावी लोगों के प्रभाव में इस अभियान की हवा निकल गयी और फिर मनमाने काम शुरू हो गये। इससे एक तो मरीजों का जबर्दस्त आर्थिक दोहन तो हो ही रहा है दूसरे इलाज में लापरवाही से जान भी चली जा रही है।