{"vars":{"id": "125128:4947"}}

Varanasi : पत्रकार पर फर्जी रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराने की साजिश का आरोप, एडिशनल सीपी को सौंपा पत्रक 

अस्पताल संचालक ने मिर्जामुराद थाने में दी है तहरीर, जनहित की खबरें चलाने वाले पत्रकार ने लगाया षड्यंत्र रचने का आरोप

 

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी में पत्रकारों और अस्पताल संचालक के बीच विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। स्थानीय समाचार पत्र के पत्रकार शिव कुमार श्रीवास्तव विकास ने आरोप लगाया है कि उन पर फर्जी रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराने की साजिश रची जा रही है। पत्रकार ने इस संबंध में थाना मिर्जामुराद में शिकायती पत्र देकर पुलिस से सुरक्षा और निष्पक्ष जांच की मांग की है।

पत्रकार का कहना है कि उन्होंने जलालपुर झबरा पेट्रोल पंप के सामने स्थित एक हॉस्पिटल में पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा अवैध रूप से ऑपरेशन करने की खबरें प्रकाशित की थीं। खबरों के चलते संबंधित पक्ष नाराज हैं और अब फर्जी मुकदमे के जरिए उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है।

पत्रकार ने दर्ज कराई IGRS शिकायत

पत्रकार शिव कुमार श्रीवास्तव, निवासी चौखंडी हाथी बाजार (हाल पता: खुशीपुर, रोहनिया, वाराणसी) ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत पहले ही IGRS पोर्टल पर दर्ज कराई है। उन्होंने एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश कुमार से अनुरोध किया है कि एसीपी राजातालाब को जांच सौंपी जाए ताकि पूरे मामले में साक्ष्य आधारित कार्रवाई हो सके और किसी भी तरह की मनगढ़ंत एफआईआर दर्ज न की जाए।

पत्रकार ने यह भी कहा कि वे लगातार सात दिनों तक इस विषय पर बाइलाइन खबरें प्रकाशित कर चुके हैं, जिनमें सीएचसी आराजी लाइन के अधीक्षक डॉ. नवीन सिंह की जांच रिपोर्ट भी शामिल है, जिसमें उदय वर्मा को केवल पैरामेडिकल स्टाफ बताया गया है, चिकित्सक नहीं।

राष्ट्रीय पत्रकार परिषद का हस्तक्षेप

मामले के तूल पकड़ने के बाद राष्ट्रीय पत्रकार परिषद ने इस पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताते हुए एडिशनल पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है। परिषद ने मांग की है कि पत्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और निष्पक्ष जांच के आदेश दिए जाएं।


डॉक्टर उदय वर्मा ने पत्रकारों पर लगाया रंगदारी मांगने का आरोप

उधर, डॉ. उदय वर्मा का आरोप है कि दो पत्रकार - एस. के. श्रीवास्तव उर्फ विकास और उपेंद्र उपाध्याय ने उनसे रंगदारी की मांग की है। डॉक्टर का कहना है कि दोनों ने पहले सोशल मीडिया पर झूठी खबरें वायरल कीं और फिर खजुरी (मिर्जामुराद क्षेत्र) में मुलाकात कर हर महीने “मासिक भुगतान” की मांग की, ताकि उनका अस्पताल “सुरक्षित” रहे।

डॉ. वर्मा ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस के उच्चाधिकारियों से मिलकर घटना की जानकारी दी और थाना मिर्जामुराद प्रभारी को तहरीर देकर दोनों  पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों पर कार्रवाई की प्रक्रिया में जुटी है।