{"vars":{"id": "125128:4947"}}

फर्जी बैंक कर्मी बनकर सोशल मीडिया से करवाया इंटरनेट बैंकिग एप डाउनलोड, फिर बुजुर्ग के खाते उड़ गए 22 लाख रुपये 

 

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के एक बुजुर्ग से इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा लेने के प्रयास में 22 लाख रुपये की साइबर ठगी हो गई। पीड़ित शशिकांत गुप्ता ने साइबर क्राइम थाने में इस घटना की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि फेसबुक पर दिखे एक लिंक से पंजाब नेशनल बैंक का एप डाउनलोड करने की कोशिश कर रहे थे, तभी उन्हें एक फर्जी कॉल आया और फिर पूरे खाते से रकम साफ हो गई।

ऐसे रची गई ठगी की साजिश

शशिकांत गुप्ता का कहना है कि उनका खाता पंजाब नेशनल बैंक में है। वे इंटरनेट बैंकिंग शुरू करने के लिए फेसबुक पर दिखे एक लिंक (www.pnbindia.in) से बैंक का मोबाइल एप डाउनलोड कर रहे थे। लिंक पर बार-बार प्रक्रिया पूरी करने के बावजूद एप खुल नहीं रहा था, इसलिए उन्होंने कोशिश छोड़ दी।

फोन आया "बैंक कर्मचारी" का

कुछ ही देर बाद उन्हें एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने अपना नाम अमित मिश्रा बताया और खुद को बैंक का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि वह एप डाउनलोड करने में मदद करेगा। भरोसा दिलाकर उसने गुप्ता के मोबाइल में एक अन्य एप्लिकेशन डाउनलोड करवा दिया।

सिर्फ एक रुपये के बहाने उड़ गए 22 लाख

कॉल करने वाले ने बताया कि खाता वेरीफाई करने के लिए सिर्फ एक रुपये कटेगा, और ऐसा ही हुआ। लेकिन इसी बीच गुप्ता के मोबाइल में पहले से मौजूद एक एसएमएस फॉरवर्डिंग एप्लिकेशन के ज़रिए उनके ओटीपी और अन्य जानकारियां ठग के पास पहुंचती रहीं। सोमवार को जब उन्होंने बैंक से जानकारी ली, तो पता चला कि उनके खाते से 22 लाख रुपये निकाले जा चुके हैं।

साइबर थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट

पीड़ित ने तुरंत साइबर क्राइम थाने में घटना की लिखित शिकायत दी। थाने के प्रभारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही जिन खातों में पैसा भेजा गया है, उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। साइबर एक्सपर्ट्स की टीम मोबाइल नंबर और डिजिटल ट्रेस के आधार पर अपराधियों की पहचान करने में जुटी है।