बिना सत्यापन 1 अप्रैल से नहीं चला सकेंगे ई-रिक्शा और ऑटो, QR Code की भी होगी जांच
Mar 29, 2025, 11:20 IST
वाराणसी, भदैनी मिरर। लखनऊ में ऑटो चालक द्वारा महिला संग की गई दरिंदगी के बाद हत्या की घटना को संज्ञान लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने पूरे प्रदेश में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के सत्यापन के निर्देश दिए है. पुलिस कमिश्नर (police commissioner) आईपीएस मोहित अग्रवाल (IPS Mohit Agrawal) ने कहा है कि 1 अप्रैल से बिना सत्यापन के ई-रिक्शा एवं ऑटो चलाने वाले चालकों के विरूद्ध अभियान चलेगा. कार्यवाही करते हुए ई-रिक्शा एवं ऑटो को जब्त किया जाएगा. इसके साथ ही ई-रिक्शा के संचालन हेतु स्थानीय स्तर पर बनाये गये क्यूआर कोड आधारित व्यवस्था का पालन न करने वालों पर भी कार्रवाई होगी.
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल शुक्रवार शाम कैंप कार्यालय में राजपत्रित अधिकारियों संग बैठक कर रहे थे. बैठक में पुलिस कमिश्नर ने आगामी त्यौहारों चैत्र नवरात्रि, ईद-उल-फितर व रामनवमी के दृष्टिगत की गई तैयारियों की समीक्षा कर कहा कि त्यौहारों को शांति एवं सौहार्दपूर्वक सम्पन्न कराये जाने हेतु पीस कमेटी मीटिंग आयोजित किये जाए. त्यौहारों को लेकर भीड़-भाड़ वाले स्थानों/बाजारों में नियमित रूप से की पैदल गश्त किया जाए. गश्त के दौरान व्यापारियों और आमजन से संवाद करें.
समीक्षा बैठक में पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट कहा कि तीन माह से अधिक समय से लंबित विवेचनाओं का त्वरित निस्तारण किया जाए. इसके साथ ही गैंगेस्टर, जघन्य अपराध, महिला अपराध सम्बन्धित लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा कर उनके निस्तारण सुनिश्चित करवाएं. उन्होंने गो-तस्करी को लेकर विशेष स्थान चिन्हित करते हुए सघन चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया.
पुलिस कमिश्नर ने अभ्यस्त अपराधियों को टॉप-10 सूची में शामिल करने के लिए कहा. बोले निगरानी के लिए उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाए. तीन स्तरीय (थाना, जोन एवं कन्ट्रोल रूम) फीडबैक के आधार पर यातायात दबाव के समय चिन्हित स्थानों पर सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने हेतु स्थानीय चौकी व थाना प्रभारी की मौजूदगी हो. उन्होंने आईजीआरएस एवं सीएम डैशबोर्ड में शामिल विषयों की समीक्षा कर राजपत्रित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निस्तारण के लिए निर्देश दिए. बैठक में अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय एस. चन्नप्पा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश कुमार सिंह सहित सभी पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त शामिल रहे.