DM ने कैंट और काशी विद्यापीठ में रोप-वे परियोजना का किया निरीक्षण, समय से कार्य पूरा करने के निर्देश
16 मिनट में कैंट से गोदौलिया का आसमान में सफर होगा पूरा
वाराणसी,भदैनी मिरर। देश के पहले अर्बन रोपवे ट्रांसपोर्ट सिस्टम का कार्य तेजी से चल रहा है।शनिवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कैंट और काशी विद्यापीठ में रोप-वे परियोजना का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों से निर्माण कार्य के बाबत जानकारी ली और उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया की परियोजना को ससमय पूर्ण कराए।
बता दें, रोपवे के संचालन में सुरक्षा और तकनीकी मजबूती सुनिश्चित करने के लिए ऑस्ट्रिया की लाइटनर कंपनी की इंजीनियरों की टीम वाराणसी में कैंप किए हुए है। 14 जुलाई से शुरू हुए इस तकनीकी परीक्षण में अब तक 10 गोंडोलों का ट्रायल हो चुका है। यह परीक्षण रोपवे के पहले चरण के कैंट स्टेशन से रथयात्रा स्टेशन तक के सेक्शन में किया जा रहा है।
प्रोजेक्ट से जुड़े सूत्रों की माने तो रोपवे का संचालन प्रत्येक दिन 16 घंटे तक होगा। रोपवे का कार्य दो चरणों में पूरा किया जायेगा। पहले चरण में तीन स्टेशन बनाये जायेंगे। पहला कैंट स्टेशन, विद्यापीठ स्टेशन और रथयात्रा स्टेशन बनाया गया है। इसे बाद दूसरे चरण में रथयात्रा से गोदौलिया तक का कार्य तेज़ी से चल रहा है। कार्य पूरा होने के बाद कैंट से गोदौलिया तक का सफर मात्र 16 मिनट में तय किया जा सकेगा।
परीक्षा केंद्र का भी किया निरीक्षण
जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा-2023 को लेकर शनिवार को श्री हरिश्चन्द्र इण्टरमीडिएट कॉलेज मैदागिन स्थित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम, और परीक्षा केंद्रों की प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, टॉयलेट, बैठने की व्यवस्था आदि का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों को परीक्षा शुरू होने से पूर्व ही केंद्र पर पहुंचकर समस्त व्यवस्थाओं की समीक्षा करनी होगी। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ डिवाइस जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण परीक्षा केंद्र में पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।