{"vars":{"id": "125128:4947"}}

जिला जज और डीएम ने किया रामनगर स्थित बालगृहों का निरीक्षण, बच्चों की काउंसलिंग और स्कूल में दाखिला का निर्देश

 

वाराणसी, भदैनी मिरर। जिला जज जय प्रकाश तिवारी और जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने शुक्रवार संयुक्त रूप से रामनगर स्थित राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर), राजकीय बाल गृह (बालक), राजकीय बाल गृह (बालिका) और राजकीय पाश्चात्वर्ती देखरेख संगठन (महिला) का निरीक्षण किया।

बच्चों को घर भेजने और अच्छे स्कूलों में दाखिला कराने का निर्देश

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि संस्था में रह रहे सभी बच्चों की नियमित काउंसलिंग की जाए और जहां संभव हो उन्हें परिवार के पास भेजा जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों का दाखिला उनके घर के नजदीक स्थित अच्छे विद्यालयों में कराया जाए ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। साथ ही इन बच्चों को स्पॉन्सरशिप और बाल सेवा योजना से जोड़े जाने पर भी जोर दिया गया।

किशोरों के लिए रोजगारपरक प्रशिक्षण शुरू होगा

राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) में जिला जज और डीएम ने किशोरों से बातचीत की और उनके लिए गुणात्मक एवं रोजगारपरक हॉर्टिकल्चर (बागवानी) प्रशिक्षण शुरू करने का निर्देश दिया। इसके अलावा किशोरों को रोजाना डायरी लिखने के लिए प्रोत्साहित किया गया और अधीक्षक को निर्देश दिया गया कि समय-समय पर डायरी की जांच करते रहें।

प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले बच्चों को पुस्तकें दी जाएंगी

निरीक्षण के दौरान पाया गया कि संस्था में कई बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इस पर जिला जज और डीएम ने उन्हें संबंधित पुस्तकें उपलब्ध कराने का आदेश दिया।

बालिकाओं ने किया सांस्कृतिक प्रस्तुतीकरण

राजकीय बाल गृह (बालिका) में रह रही बच्चियों ने इस अवसर पर गायन और वादन की शानदार प्रस्तुति दी। निरीक्षण में संस्थाओं की साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, डीसीपी, एसीपी कोतवाली, जिला प्रोबेशन अधिकारी और विधि सह परिवीक्षा अधिकारी भी मौजूद रहे।