त्योहार सीजन में काशी में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन बंद; 3 जनवरी तक झांकी दर्शन
बढ़ती भीड़ और सुरक्षा कारणों से मंदिर प्रशासन का फैसला, गंगा आरती में भी उमड़ा रेला, नंदू फारिया गेट पर बनेगा नया चेकिंग पॉइंट
वाराणसी, भदैनी मिरर। त्योहारों के सीजन में काशी में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में हर दिन लाखों श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनज़र बड़ा फैसला लिया है। काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन पर बृहस्पतिवार से 3 जनवरी 2026 तक रोक लगा दी गई है। इस दौरान श्रद्धालुओं को झांकी दर्शन कराए जाएंगे।
मंदिर न्यास की ओर से बुधवार देर रात जारी सूचना में बताया गया कि धाम परिसर में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ उमड़ रही है। सुरक्षा और सुचारु व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। भीड़ कम होने की स्थिति में आगे की व्यवस्था पर पुनः विचार किया जाएगा। हालांकि इस दौरान प्रोटोकॉल दर्शन और सुगम दर्शन पूर्ववत जारी रहेंगे।
बुधवार को बाबा विश्वनाथ धाम में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया। दिनभर बाबा के दरबार में भक्तों का तांता लगा रहा, जिससे मंदिर परिसर और आसपास के मार्गों पर भारी दबाव देखने को मिला।
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मंदिर प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं। नंदू फारिया मार्ग स्थित गेट के पास नया परमानेंट चेकिंग पॉइंट बनाया जा रहा है। यहां प्रवेश द्वार पर फुटफॉल काउंटर लगाया जाएगा, जिससे मंदिर में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सटीक गणना की जा सकेगी। इसके साथ ही इस गेट पर लगेज चेकिंग मशीन भी स्थापित की जाएगी। खुले में ड्यूटी करने वाले सुरक्षा कर्मियों के लिए भी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
उधर, ठंड के बावजूद दशाश्वमेघ घाट पर भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। गुरुवार शाम गंगा आरती के दौरान घाट पर ऐसा रेला देखने को मिला कि लोगों ने आपस में कहना शुरू कर दिया—“क्या फिर से महाकुंभ आ गया है?”
काशी में बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन और मंदिर न्यास लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं और जरूरत के अनुसार व्यवस्थाओं में बदलाव किए जा रहे हैं।