Dev Deepawali 2025: गंगा घाट से 15 मीटर तक छोटे नावों के संचालन की अनुमति, डीजल नावें रहेंगी बाहर
स्टांप मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने देव दीपावली पर सुरक्षा, यातायात और नाव संचालन को लेकर दिए सख्त निर्देश - बोले, काशी आए श्रद्धालुओं को दिखे दिव्य, भव्य और आलौकिक दृश्य।
वाराणसी। देव दीपावली पर्व को दिव्य, भव्य और आलौकिक बनाने के लिए वाराणसी में तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने मंगलवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर गंगा घाटों और यातायात व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि गंगा घाट से 15 मीटर की दूरी तक छोटे नावों के संचालन की अनुमति होगी, जबकि डीजल संचालित नावों को नमो घाट और रामनगर के पार ही रोका जाएगा।
मंत्री ने कहा कि देव दीपावली पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक गंगा घाटों की दिव्यता का सुगमता से आनंद ले सकें, इसके लिए सभी इंतज़ाम सख्ती से सुनिश्चित कराए जाएं।
गंगा घाटों पर सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष जोर
बैठक में मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने निर्देश दिया कि गंगा घाटों पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था रहे। सीढ़ियों पर कहीं भी आवागमन बाधित नहीं होना चाहिए। घाटों की सफाई, लाइटिंग और सजावट मानक के अनुरूप कराई जाए। उन्होंने कहा कि घाट समितियों और स्थानीय प्रशासन को तालमेल के साथ काम करना होगा।
मंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि देव दीपावली के दौरान डीजे पर केवल भजन ही प्रसारित हों और उनकी आवाज़ मानक सीमा में रखी जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान धार्मिक माहौल शांत और अनुशासित बना रहे।
नाव संचालन और रूट निर्धारण पर विशेष ध्यान
रविन्द्र जायसवाल ने अधिकारियों से कहा कि गंगा में नावों की आवाजाही के लिए स्पष्ट रूट तय किए जाएं, ताकि किसी तरह की भीड़ या टकराव की स्थिति न बने। उन्होंने गंगा में आने-जाने वाली नावों की निगरानी के लिए टीम तैनात करने का निर्देश दिया।
मंत्री ने कहा - “गंगा घाट से 15 मीटर तक छोटे नावों का संचालन हो, उसके बाद ही बड़े नाव चलें। यह सुरक्षा के साथ-साथ सुचारू यातायात के लिए आवश्यक है।”
यातायात और पार्किंग की होगी ठोस व्यवस्था
मंत्री ने कहा कि देव दीपावली पर वाराणसी में लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है, इसलिए वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने की ठोस योजना बनाई जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन स्थानों पर वाहनों को रोका जाए, वहां पार्किंग की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि सड़कें अवरुद्ध न हों।
साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि देव दीपावली के दिन चार पहिया वाहनों का उपयोग केवल अत्यावश्यक स्थिति में ही करें, ताकि शहर में यातायात सुचारू बना रहे।
दीप वितरण और ग्रामीण सहभागिता
मंत्री ने प्रशासन को निर्देशित किया कि गंगा घाटों के अलावा शहर के प्रमुख तालाबों, पोखरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी दीया, बाती और तेल का वितरण सुनिश्चित कराया जाए, ताकि देव दीपावली का प्रकाश पूरे क्षेत्र में फैले।
उन्होंने कहा- “देव दीपावली सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि काशी की आत्मा का उत्सव है। हर घर और हर घाट दीपों से आलोकित हो, यही हमारी प्राथमिकता है।”