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वाराणसी में साइबर ठगी से बुजुर्ग के 39 लाख रुपये बचाए- HDFC बैंक और साइबर सेल की सतर्कता से टला बड़ा फ्रॉड

डिजिटल अरेस्ट ठगी में फंस चुके रिटायर्ड अधिकारी को साइबर पुलिस ने ऑनलाइन काउंसलिंग कर बचाया

 

रिपोर्ट -  वीरेंद्र पटेल 

वाराणसी,भदैनी मिरर। कमिश्नरेट वाराणसी की साइबर सेल और HDFC बैंक की त्वरित और समन्वित कार्रवाई ने शुक्रवार को एक बड़े साइबर फ्रॉड को होने से बचा लिया। डिजिटल अरेस्ट के जाल में फंसे एक रिटायर्ड वरिष्ठ नागरिक के 39 लाख रुपये ट्रांसफर होने से ठीक पहले रोक लिए गए। बैंक कर्मचारियों की सूझबूझ और साइबर पुलिस की तत्परता के चलते वरिष्ठ नागरिक को भारी आर्थिक नुकसान से बचाया जा सका।


बैंक में घबराए हुए पहुंचे रिटायर्ड अधिकारी

घटना 07 नवंबर 2025 को HDFC बैंक की आर्य महिला कॉलेज शाखा, जो पूर्णतः महिलाओं द्वारा संचालित है, में हुई। एक सेवानिवृत्त केंद्रीय संस्थान के उच्च पदाधिकारी अपने बचत खाते से 39 लाख रुपये एक अन्य बैंक खाते में भेजने का आवेदन लेकर पहुंचे।

बैंक कर्मचारियों ने देखा कि ग्राहक बेहद घबराए हुए थे और संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे थे। इतनी बड़ी राशि का यह उनका पहला ट्रांसफर था, जिससे कर्मचारियों को साइबर ठगी की आशंका हुई।
काफी पूछताछ के बावजूद जब बुजुर्ग अपनी बात स्पष्ट नहीं कर सके और लगातार बेचैनी में दिखे, तो बैंक कर्मियों ने मामले की सूचना उच्चाधिकारियों के माध्यम से साइबर सेल कमिश्नरेट वाराणसी को दी।


साइबर सेल की 45 मिनट की काउंसलिंग से खुला मामला

सूचना मिलते ही साइबर सेल की टीम हरकत में आई। जब बुजुर्ग किसी भी तरह से ट्रांसफर रोकने को तैयार नहीं हुए तो मामला एसीपी साइबर क्राइम विदुष सक्सेना तक पहुंचाया गया, जो उस समय वीवीआईपी ड्यूटी में थे। एसीपी ने वीडियो कॉल के माध्यम से लगभग 45 मिनट तक काउंसलिंग की। बातचीत के दौरान स्पष्ट हुआ कि बुजुर्ग को एक गिरोह ने डिजिटल अरेस्ट के फर्जी आरोप में फंसाकर बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया था। लगातार समझाने और प्रमाण दिखाने के बाद वरिष्ठ नागरिक को ठगी का एहसास हुआ और उनकी 39 लाख रुपये की बचत सुरक्षित बचा ली गई।

 संयुक्त प्रयास से बची बड़ी धनराशि

HDFC बैंक की सतर्कता, समय पर सूचना और साइबर सेल की त्वरित कार्रवाई ने मिलकर एक बड़ी आर्थिक ठगी को रोक दिया। इस सामूहिक सफलता के बाद पुलिस उपायुक्त अपराध सरवणन टी ने सराहनीय कार्य करने वाली टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

सम्मानित होने वाली टीम में विदुष सक्सेना (एसीपी साइबर क्राइम) , कांस्टेबल विराट सिंह (साइबर सेल), आदर्श आनंद सिंह साइबर, इनके आलावा एचडीएफसी की ब्रांच मैनेजर स्नेहा भारती, बैंककर्मी सुधा कुमारी, शिवांगी शर्मा, अपराजिता श्रीवास्तव शामिल रही। 

डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए साइबर सेल की सलाह

  1. पुलिस/सीबीआई/कस्टम/नारकोटिक्स के नाम पर आने वाली धमकी भरी कॉल्स से सावधान रहें।
  2. किसी भी लिंक या APK फाइल को डाउनलोड न करें।
  3. गूगल पर दिखने वाले फर्जी कस्टमर केयर नंबरों पर भरोसा न करें।
  4. डर, दबाव या लालच में कोई लेनदेन न करें।
  5. सोशल मीडिया में टू-स्टेप वेरिफिकेशन और प्राइवेसी सेटिंग्स एक्टिव रखें।
  6. किसी भी अजनबी से निजी जानकारी साझा न करें।

ध्यान रखें-साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल 1930 पर कॉल करें या  http://www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।