कफ सिरप कांड: सात और फर्मों के लाइसेंस निरस्त, SIT अब तक सिर्फ छह गिरफ्तारी कर सकी- 32 आरोपी फरार
अब तक 19 फर्मों के लाइसेंस रद्द, 42 फर्मों पर मुकदमा, SIT के हाथ बड़े आरोपी नहीं लगे
वाराणसी/भदैनी मिरर। कोडीनयुक्त कफ सिरप मामले में कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। शनिवार को औषधि प्रशासन ने सात और फर्मों के लाइसेंस निरस्त कर दिए। इससे पहले 12 फर्मों के लाइसेंस रद्द किए गए थे। यानी एक महीने में अब तक कुल 19 फर्मों का व्यापारिक लाइसेंस रद्द किया जा चुका है।
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन पीसी रस्तोगी ने बताया कि जांच के दौरान जिन फर्मों को नोटिस जारी कर रिकॉर्ड मांगा गया था, उन्होंने जवाब नहीं दिया। ऐसे में सातों फर्मों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं।
इन फर्मों के लाइसेंस रद्द
- सिंडिकेट इंटरप्राइजेज
- अनुवन्य मेडिकल एजेंसी
- काल भैरव ट्रेडर्स
- हर्ष फार्मा
- श्री हरि फार्मा एंड सर्जिकल एजेंसी
- मेड्रेमेडी लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड
- वीएसएम फार्मा
ड्रग विभाग की ओर से अब तक 42 फर्मों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
SIT की धीमी कार्रवाई- एक महीने में सिर्फ छह गिरफ्तारियां
कफ सिरप तस्करी की जांच में जुटी कमिश्नरेट पुलिस की SIT अब तक बड़ी सफलता नहीं हासिल कर सकी है। एक महीने में सिर्फ छह आरोपियों की गिरफ्तारी हुई, जबकि 32 आरोपी अब तक फरार हैं।
पुलिस द्वारा पकड़े गए ज्यादातर आरोपी गोदामों और फर्मों में काम करने वाले कर्मचारी या केयर टेकर हैं। बड़े कारोबारी, सप्लायर और नेटवर्क संचालक अब तक गिरफ्त में नहीं आए।
25-25 हजार के इनामी भी गिरफ्त से बाहर
– शैली ट्रेडर्स और खुद्दि फार्मा के लिंक में जुड़े शुभम जायसवाल पर 25 हजार का इनाम
– भदवर काशीपुर के प्रधान प्रतिनिधि महेश सिंह पर 25 हजार का इनाम
दोनों की तलाश जारी है।
सूजाबाद गोदाम से 60 लाख का कफ सिरप बरामद
SIT ने सूजाबाद स्थित गोदाम से 60 लाख रुपये मूल्य का कोडीनयुक्त कफ सिरप जब्त किया था। इसके बाद गोदाम के केयर टेकर रोहित वर्मा समेत कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हुई, पर बड़ा नाम पकड़ में नहीं आया। खोजवा, रोहनिया, औसानगंज, भदवर, और बीसलपुर तक नेटवर्क फैला हुआ है।
कोर्ट में अग्रिम जमानत का दौर
कई आरोपी फरार होने के साथ अदालत से राहत लेने की कोशिशों में जुटे हैं। फिलहाल, 20 फर्म मालिकों ने अग्रिम जमानत याचिका लगाई है। फर्म मालिक कोलकाता, उत्तराखंड, दिल्ली सहित कई शहरों में आपना आश्रय बनाए हुए है। शैली ट्रेडर्स के मालिक भोला प्रसाद को सोनभद्र पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
जांच में नए खुलासों की उम्मीद
जांच एजेंसियों का दावा है कि कफ सिरप की सप्लाई सिर्फ वाराणसी तक सीमित नहीं थी, बल्कि बिहार, झारखंड, पूर्वांचल और रांची तक नेटवर्क फैला हुआ है। जैसे-जैसे फाइलें खुल रही हैं, वैसे-वैसे सप्लाई चैन और कालेधंधे पर नए खुलासे सामने आ रहे हैं।