CMO और नोडल अधिकारियों ने बाढ़ क्षेत्रों का किया भ्रमण, फीवर ट्रैकिंग कैंप और घर-घर बांटी क्लोरीन गोली
वाराणसी, भदैनी मिरर। जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार के निर्देश पर जिले में बाढ़ राहत और निरोधात्मक गतिविधियां युद्धस्तर पर जारी हैं। सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने कोनिया क्षेत्र में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान पूरे क्षेत्र में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, कूड़ा निस्तारण और डूडा से हायर किए गए घरेलू ब्रीडिंग चेकर्स द्वारा एंटीलार्वा स्प्रे कराया गया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नामित नोडल अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर फीवर ट्रैकिंग कैंप और घर-घर क्लोरीन गोली वितरण का कार्य किया। सीएमओ ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों और पार्षदों के सहयोग से मेडिकल कैंप लगाए जा रहे हैं। सोमवार को कुल पांच कैंप आयोजित किए गए, जहां 106 बुखार के मरीजों की मलेरिया और डेंगू जांच हुई, जिसमें कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला। अब तक 1123 बुखार पीड़ितों की जांच हो चुकी है और 60,796 क्लोरीन गोलियां वितरित की गई हैं।
वर्तमान में जिले में चार बाढ़ चौकियां कार्यरत हैं- प्राथमिक विद्यालय सलारपुर, सिटी गर्ल्स विद्यालय बड़ी बाजार, प्राथमिक विद्यालय सरैया और प्राथमिक विद्यालय रामपुर ढाब जहां दो शिफ्ट में आठ चिकित्सकीय टीमें तैनात हैं। इन चौकियों पर अब तक 2420 मरीजों का इलाज किया गया है, जिनमें दस्त और चर्म रोग के मरीज भी शामिल हैं। इसके अलावा 1741 ओआरएस पैकेट वितरित किए गए हैं।
शहरी क्षेत्रों में मच्छरों की रोकथाम के लिए डूडा के शहरी आजीविका केंद्र से 45 दैनिक ब्रीडिंग चेकर्स तैनात किए गए हैं, जो 16 अगस्त तक बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में काम करेंगे। अब तक 1710 घरों की जांच की गई, जिनमें तीन घरों में लार्वा पाए गए। कुल 3215 मच्छर प्रजनन स्रोतों को नष्ट किया गया है। नोडल अधिकारी नगर निगम के साथ मिलकर ब्लीचिंग और एंटीलार्वा स्प्रे के कार्य की निगरानी कर रहे हैं।