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काशी के साह घराने के मुखिया चंद्रशेखर शाह का निधन, आधुनिक वाराणसी के विकास में रहा अहम योगदान

भारत रत्न डॉ. भगवान दास के पौत्र और काशी तीर्थ सुधार ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर शाह ने 93 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस, हरिश्चंद्र घाट पर हुआ अंतिम संस्कार 

 
वाराणसीभदैनी मिरर। काशी के प्रसिद्ध साह घराने के मुखिया व भारत रत्न डॉ. भगवान दास के पौत्र चंद्रशेखर शाह (93 वर्ष) का गुरुवार की सुबह निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
स्वर्गीय शाह रवींद्रपुरी स्थित गोपी राधा बालिका इंटर कॉलेज के संरक्षक रहे। स्वतंत्रता के बाद उन्होंने नगर विन्यास और विकास के लिए जिला प्रशासन को महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आधुनिक काशी की सीवेज प्रणाली और विद्युत व्यवस्था की अवधारणा भी उन्हीं की देन रही।
चंद्रशेखर शाह काशी तीर्थ सुधार ट्रस्ट के अध्यक्ष भी रहे, जिसे राजा मोतीचंद ने 1926 में स्थापित किया था। इसके अलावा वे इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, वाराणसी चैप्टर के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे।
उनकी अंत्येष्टि हरिश्चंद्र घाट पर की गई, जहां मुखाग्नि बड़े पुत्र मुकुल कुमार शाह ने दी। छोटे पुत्र डॉ. मनोज कुमार शाह, बहू डॉ. शालिनी शाह, डॉ. कविता शाह, पौत्र देवांश शाह, आदित्य विक्रम शाह, सलोनी शाह सहित समस्त परिवार ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
उनके निधन पर कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. हेमंत गुप्ता, डॉ. मोनिका गुप्ता, रवींद्रपुरी कल्याण समिति के उमा शंकर अग्रवाल, अनुज डिडवानिया, अग्रवाल समाज के सभापति संतोष अग्रवाल, पुनीत अग्रवाल, अमित अग्रवाल, प्रो. योगेन्द्र सिंह, पार्षद चल्लू यादव, अमित राय चिंटू सहित कई गणमान्य लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया।
श्री चंद्रशेखर शाह के निधन से काशी ने एक ऐसे व्यक्तित्व को खो दिया, जिन्होंने आधुनिक वाराणसी के विकास और समाज सेवा में अपना जीवन समर्पित किया।