बीएचयू ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज प्रो. सौरभ सिंह के कार्यकाल की समीक्षा की अनुशंसा, जोशी कमेटी की रिपोर्ट वायरल
सर्जरी विभाग के प्रो. एसपी मिश्रा व उनकी पत्नी से विवाद के बाद गठित हुई थी जांच कमेटी, रिपोर्ट में कार्यकाल पर सवाल
Updated: Sep 23, 2025, 15:57 IST
वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) का ट्रॉमा सेंटर एक बार फिर चर्चा में है। ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज प्रो. सौरभ सिंह और सर्जरी विभाग के प्रो. एसपी मिश्रा व उनकी पत्नी से हुए विवाद फिर सुर्खियों में आ गया है। बीते दिनों गठित जोशी कमेटी की रिपोर्ट बीते सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें प्रो. सौरभ सिंह के कार्यकाल की समीक्षा की अनुशंसा की गई है।
वायरल रिपोर्ट के अनुसार, तीन सुरक्षा गार्डों पर प्रोफेसर और उनकी पत्नी से दुर्व्यवहार का आरोप है। रिपोर्ट में कहा गया कि संबंधित गार्डों की सेवा समाप्त की जानी चाहिए। साथ ही इसमें यह भी उल्लेख किया गया कि बीएचयू में इंचार्ज पद का मानक कार्यकाल सामान्यतः तीन वर्ष का होता है, ऐसे में ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज के कार्यकाल की समीक्षा कर निर्णय लिया जाना चाहिए।
हालांकि, भदैनी मिरर वायरल रिपोर्ट की आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है। हिन्दुस्तान अखबार के मुताबिक प्रतिक्रिया देते हुए प्रो. सौरभ सिंह ने कहा कि पुलिस इस मामले में एफआर लगा चुकी है और कमेटी की रिपोर्ट किसे दी गई है यह उन्हें ज्ञात नहीं है।
आईएमएस निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने जानकारी दी कि प्रो. अरविंद जोशी की अध्यक्षता में गठित कमेटी की संस्तुतियां विश्वविद्यालय के कुलपति को भेजी गई हैं और रिपोर्ट आगे भी भेजी जाएगी।
(साभार - हिंदुस्तान अखबार)