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BHU के छात्रों ने शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी को सौंपा ज्ञापन, कुलपति नियुक्ति से लेकर ट्रॉमा सेंटर की गड़बड़ियों तक उठाए सवाल

कुलपति की नियुक्ति, चौधरी चरण सिंह के विचारों को पाठ्यक्रम में शामिल करने और बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की मांग 

 

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्रों ने सोमवार को शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी के वाराणसी आगमन पर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।  जिसमें विश्वविद्यालय से जुड़े प्रशासनिक, शैक्षणिक और चिकित्सा से जुड़े मुद्दों को उठाया गया।

छात्रों ने बीएचयू में स्थायी कुलपति की नियुक्ति, चौधरी चरण सिंह जी के आर्थिक विचारों को पाठ्यक्रम में शामिल करने, और सर सुंदरलाल अस्पताल व ट्रॉमा सेंटर में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अराजकता पर गहरी चिंता जताई।

जांच की कही बात

जयंत चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बीएचयू के कुछ लोगों ने मिलकर ज्ञापन सौंपा है, उन्होंने बीएचयू में सुधार की कुछ मांग की है, हम मंत्रालय की ओर से उन समस्याओं को दिखवाएंगे।


ज्ञापन में उठाए गए मुख्य बिंदु 


1. स्थायी कुलपति की नियुक्ति

   पिछले 5 महीनों से बीएचयू में कार्यवाहक कुलपति कार्यभार संभाल रहे हैं। छात्रों ने जल्द से जल्द स्थायी कुलपति की नियुक्ति की मांग की।

2. चौधरी चरण सिंह के सिद्धांतों को पाठ्यक्रम में शामिल करना

 छात्रों ने मांग की कि चौधरी चरण सिंह जी के कृषि एवं आर्थिक दर्शन को विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र पाठ्यक्रम में समाहित किया जाए।

3. भ्रष्टाचार की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए

CVC और शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित समिति ने ट्रॉमा सेंटर और अस्पताल में भ्रष्टाचार की पुष्टि की थी। रिपोर्ट सार्वजनिक कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

4. डॉ. सौरभ सिंह को ट्रॉमा सेंटर प्रभारी पद से हटाया जाए

 कई विवादों से जुड़े प्रभारी डॉ. सौरभ सिंह को हटाने की मांग की गई और कहा गया कि ट्रॉमा सेंटर का संचालन गवर्निंग बॉडी के हवाले किया जाए।

5. चिकित्सकों के अपमान का मामला

 ट्रॉमा सेंटर प्रभारी पर दो प्रोफेसरों को बाउंसर से अपमानित कराने का आरोप है, इस पर कार्रवाई की मांग की गई।

6. GEM पोर्टल पर अवैध खरीद की जांच

 करोड़ों की अवैध खरीद GEM पोर्टल के माध्यम से की गई, जिसकी निष्पक्ष जांच की मांग रखी गई।

7. दवाएं और सर्जिकल इंप्लांट सस्ती हों

 अस्पताल में बाजार से सस्ती दवा उपलब्ध कराना और सर्जिकल इंप्लांट की दरें तय करना अनिवार्य किया जाए।

8. सोशल मीडिया पर फेक ID से चरित्र हनन

 छात्रों के अनुसार, आंदोलन करने वालों को बदनाम करने के लिए फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनाई गईं, जिसकी जांच और कार्रवाई हो।

9. एक छात्र की उंगली के इलाज में लापरवाही

 डॉ. सौरभ सिंह की लापरवाही से एक छात्र को स्थायी चोट का सामना करना पड़ा, जिसकी जांच कर सख्त दंड की मांग की गई।