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BHU : आबकारी मंत्री ने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर जताई चिंता

“नशा मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन

 

प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद पुरस्कार वितरण से हुआ कार्यक्रम का समापन

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कृषि विज्ञान संस्थान स्थित शताब्दी प्रेक्षागृह में मद्यनिषेध विभाग, उ.प्र. एवं छात्र अधिष्ठाता, छात्र कल्याण केंद्र, बीएचयू के संयुक्त तत्वावधान में ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के अंतर्गत राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जन-जागरूकता हेतु मद्यनिषेध प्रदर्शनी, संगोष्ठी सहित विभिन्न प्रकार के रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

अद्यक्षीय उद्बोधन में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने युवाओं की सक्रिय भागीदारी को नशा मुक्ति जनजागरूकता का प्रमुख माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। विकसित भारत/2047 के विजन को साकार करने में “नशा मुक्त भारत अभियान” को एक महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की। कहाकि नशा मुक्त भारत केवल एक अभियान नहीं, बल्कि समाज के पुनर्निर्माण की दिशा में एक सामूहिक प्रयास है।

उन्होंने जनमानस से नशे के विरुद्ध इस मुहिम को जन-आंदोलन का रूप देने की अपील की। छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा ने नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के कारणों और उनके समाधान पर बहुआयामी दृष्टिकोण से अपने विचार रखे। कार्यक्रम का शुभारंभ गणमान्य अतिथियों द्वारा मद्यनिषेध प्रदर्शनी के उद्घाटन से हुआ। राज्य मद्यनिषेध अधिकारी आरएल राजवंशी ने विभाग की उपलब्धियों और “नशा मुक्त भारत अभियान” के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में मद्यनिषेध विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को कुलपति, आबकारी मंत्री और विशिष्ट अतिथियों द्वारा पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाज कल्याण अधिकारी वाराणसी क्षेत्र डॉ. निर्मालिका सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई। संचालन डॉ. सिद्धीदात्री भारद्वाज, सहायक आचार्य, संस्कृत विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने किया। इस अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलगुरु, प्रो. संजय  कुमार सहित शिक्षकगण, प्रतिभागी एवं  छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।