बिगड़े बोल : सार्वजनिक मचों से लौंडे टाइप बात करते हैं अखिलेश यादव-केशव प्रसाद मौर्य
वाराणसी में पार्टी के एक नेता के होटल का उद्घाटन करने आये थे डिप्टी सीएम
तल्ख टिप्पणी के बाद मामले को सम्भालने की कोशिश करते भी नजर आये
वाराणसी, भदैनी मिरर। यूपी की सियासत में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और सपा मुखिया अखिलेश यादव में वार-पलटवार अक्सर सुखियों में होते हैं। एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए कभी-कभी तल्खियां बढ़कर पद की मर्यादा रेखा को लांघती नजर आती हैं। ऐसे में शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोला।
डिप्टी सीएम बाबतपुर स्थित एक भाजपा नेता के होटल का उद्घाटन करने आये थे। इस दौरान मीडिया से उनकी बात हो गई। अखिलेश यादव पर पूछे गये मीडिया के एक सवाल पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने तल्ख टिप्पणी की और फिर बाद में उसे कुछ सम्भालते नजर आये। लेकिन उनके कहने का भाव जिसे समझना था, उसने समझ लिया।
कहना नही चाहिए मगर........
अखिलेश यादव के सवाल पर डिप्टी सीएम ने तल्ख लहजे में कहाकि वह 2027 के सत्ताधीश बननेवाले थे। लेकिन वह 2047 तक नहीं बननेवाले हैं। इसी से वह बौखलाए रहते हैं। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहाकि मुझे तो कहना नही चाहिए, लेकिन जिस तरह से चौराहों पर लौंडे बात करते हैं वैसी ही बात अखिलेश यादव सार्वजनिक मंचों से कर रहे हैं। उन्हें समझना चाहिए कि वह पूर्व मुख्यमंत्री थे, पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुलायम सिंह के बेटे, एक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद हैं।
यदि विवाद हुआ तो कानून अपना काम करेगा
उन्होंने कहाकि राणा सांगा पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा दिया गया बयान गलत था। उन्हें अपना बयान वापस लेना चाहिए। करणी सेना के जवाब में यादव सेना बनाने की बात पर डिप्टी सीएम ने कहाकि करणी सेना या कोई सेना बनाकर यदि कोई विवाद की स्थिति पैदा करेगा तो कानून अपना काम करेगा। इस दौरान उनके साथ प्रदेश सरकार के मंत्री रवींद्र जायसवाल और डा. दयाशंकर मिश्र समेत अन्य पार्टी के नेता रहे।