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वाराणसी: महिलाओं को मिला स्वावलंबन का हुनर, 24 प्रशिक्षुओं ने पूरा किया सिलाई-ब्यूटीशियन कोर्स

100 दिन के सिलाई और ब्यूटीशियन प्रशिक्षण से किशोरियों और महिलाओं को मिला आत्मनिर्भरता का नया आधार, आत्मविश्वास बढ़ाने की अनूठी पहल

 

वाराणसी, भदैनी मिरर। महिलाओं और किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा संचालित स्वावलंबन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शनिवार को चौबेपुर में हुआ। इस अवसर पर सिलाई और ब्यूटीशियन कोर्स की 24 प्रशिक्षित छात्राओं को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजकीय हाई स्कूल धौरहरा की प्रधानाचार्या लक्ष्मी पांडेय ने छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरित किए और कहा कि- “महिलाओं को स्वावलंबन के लिए विभिन्न विधाओं में निपुण होना जरूरी है, जिससे उनका आत्मविश्वास और आर्थिक सशक्तिकरण दोनों बढ़े।” उन्होंने आशा ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियों को और भी अधिक विस्तार दिया जाना चाहिए।

आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पांडेय ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं और किशोरियों को न केवल सिलाई और ब्यूटीशियन की तकनीकी जानकारी दी गई, बल्कि स्वास्थ्य, स्वच्छता और महिला अधिकारों* के प्रति भी जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि - “जब महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होंगी, तभी समाज में वास्तविक समानता आएगी।”

प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं निक्की और रीमा ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि इस कोर्स से उन्हें रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में नई राह मिली है।

कार्यक्रम में सरोज सिंह, श्वेता सिंह, साधना पांडेय, प्रदीप सिंह, सौरभ चंद्र, प्रवीण पांडेय, रूबी पांडेय, रंजना पांडेय, ज्योति सिंह, सनी, अवनीश सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बेबी जहां ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन निकिता यादव ने दिया।